पीएम मोदी की अध्यक्षता में चुने जाएंगे नए इलेक्शन कमीशन, 14 मार्च को होगी पैनल की मीटिंग; 15 मार्च को होगा ऐलान

पीएम मोदी की अध्यक्षता में चुने जाएंगे नए इलेक्शन कमीशन, 14 मार्च को होगी पैनल की मीटिंग; 15 मार्च को होगा ऐलान

उमाकांत त्रिपाठी।चुनाव आयोग में इस समय दो चुनाव आयुक्तों (ECs) के पद खाली है। इन्हें भरे जाने को लेकर प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाले पैनल की 13 या 14 मार्च को बैठक हो सकती है। सूत्रों के मुताबिक 15 मार्च को दो EC की नियुक्ति हो सकती है। नियम के मुताबिक चुनाव आयोग में एक मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) के अलावा दो चुनाव आयुक्त होते हैं।एक चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडे फरवरी में रिटायर हो गए थे। दूसरे अरुण गोयल ने 8 मार्च की सुबह अचानक इस्तीफा दे दिया, जिसे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 9 मार्च को स्वीकार कर लिया। लिहाजा 3 सदस्यीय चुनाव आयोग में इस वक्त सिर्फ CEC राजीव कुमार ही हैं।

राजीव कुमार -अरुण गोयल के बीच हुई मतभेद
अरुण गोयल मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) बनने की कतार में थे, क्योंकि मौजूदा CEC राजीव कुमार फरवरी 2025 में रिटायर होने वाले हैं। गोयल ने 21 नवंबर 2022 को चुनाव आयुक्त का पद संभाला था। उनका कार्यकाल 5 दिसंबर 2027 तक था।चुनाव आयोग के सूत्रों के मुताबिक, गोयल और CEC राजीव कुमार के बीच फाइल पर मतभेद हैं। हालांकि गोयल ने इस्तीफे के लिए निजी कारणों का हवाला दिया है। केंद्र ने उन्हें पद छोड़ने से रोकने की कोशिश की थी। गोयल की सेहत भी ठीक है। इसलिए खराब सेहत के कारण इस्तीफे की अटकलों को खारिज किया गया है।

अरूण गोयल बोले
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार और चुनाव आयोग लोकसभा चुनावों की तैयारियों का जायजा लेने पश्चिम बंगाल गए थे। गोयल ने पश्चिम बंगाल में तैयारियों से जुड़ी जानकारी देने कोलकाता में प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल होने से इनकार कर दिया था।

गोयल के इस्तीफे पर क्या बोला विपक्ष
मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस अध्यक्ष: इलेक्शन कमीशन या इलेक्शन ओमिशन। लोकसभा चुनाव से पहले ऐसा क्यों? हमने स्वतंत्र संस्थाओं का खत्म किया जाना नहीं रोका तो लोकतंत्र पर तानाशाही कब्जा कर लेगी।के सी वेणुगोपाल, कांग्रेस नेता: ECI जैसी संवैधानिक संस्था में बिल्कुल भी पारदर्शिता नहीं है। केंद्र सरकार उन पर दबाव डालती है। 2019 में चुनावों के दौरान, तत्कालीन आयुक्त अशोक लवासा ने आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन मामले में पीएम मोदी को क्लीन चिट देने पर असहमति जताई थी। बाद में उन्हें लगातार पूछताछ का सामना करना पड़ा।