केजरीवाल ने दिया दिल्लीवालों को झटका! 23 मई से 18 से 44 साल की उम्र के लोगों का वैक्सीनेशन बंद

केजरीवाल ने दिया दिल्लीवालों को झटका! 23 मई से 18 से 44 साल की उम्र के लोगों का वैक्सीनेशन बंद
वैक्सीनेशन के लिए कतार में युवा

दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने रविवार 23 मई से 18 से 44 साल की उम्र के लोगों का वैक्सीनेशन बंद कर दिया है। इसके लिए केजरीवाल ने वैक्सीन की कमी का हवाला दिया है। शनिवार को प्रेस कान्फ्रेंस कर वैक्सीन की कमी के मुद्दे पर मुख्यमंत्री केजरीवाल ने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने पीएम मोदी को चिट्‌ठी लिखकर वैक्सीन प्रोडक्शन बढ़ाने के लिए 4 सलाह दी है।

अरविंद केजरीवाल, सीएम, दिल्ली
अरविंद केजरीवाल, सीएम, दिल्ली

केजरीवाल ने आगे बताया कि दिल्ली को हर महीने 80 लाख वैक्सीन की जरूरत है, लेकिन मई में हमें केवल 16 लाख वैक्सीन ही मिली हैं। जून के लिए केंद्र ने दिल्ली का कोटा और भी कम कर दिया है। जून में हमें केवल 8 लाख वैक्सीन दी जाएगी। अगर हर महीने केंद्र से 8 लाख वैक्सीन मिली तो दिल्ली के युवाओं को वैक्सीन लगाने में 30 महीने से ज्यादा लग जाएंगे। तब तक पता नहीं कितनी लहरें आएंगी और कितने लोगों की जान जाएगी।

मनीष सिसोदिया, डिप्टी सीएम, दिल्ली
मनीष सिसोदिया, डिप्टी सीएम, दिल्ली

दिल्ली के हर व्यक्ति को वैक्सीनेट करने के लिए 2.5 करोड़ वैक्सीन की जरूरत है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में कोरोना की रफ्तार काफी कम हो गई है। पिछले 24 घंटे में संक्रमण दर घटकर 3.5% रह गई है, लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि कोरोना का खतरा टल गया है।

सीएम केजरीवाल ने कहा कि भारत बायोटेक कंपनी ने वैक्सीन का फॉर्मूला दूसरी कंपनियों के साथ शेयर करने पर सहमति जताई है, ये अच्छी बात है। केंद्र सरकार को दूसरी वैक्सीन कंपनियों को भी ऐसा करने का आदेश देना चाहिए। केंद्र को 24 घंटे के अंदर दूसरे देशों से बड़ी तादाद में वैक्सीन खरीदनी चाहिए और राज्यों को उनकी जरूरत के हिसाब से बांटनी चाहिए।

उन्होंने मांग की कि सभी विदेशी कंपनियों की वैक्सीन भारत में इस्तेमाल करने की मंजूरी दी जाए और विदेशी कंपनियों को यहां प्रोडक्शन करने की इजाजत भी मिले। केंद्र सरकार को उन देशों से वैक्सीन मंगाने की कोशिश करना चाहिए, जहां जरूरत से ज्यादा मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध हैं।

दिल्ली में शनिवार को 2,260 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए। 6,453 लोग ठीक हुए और 182 की मौत हो गई। अब तक 14.15 लाख लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 13.60 लाख लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि 22,013 मरीजों की मौत हो चुकी है। यहां 31,308 का इलाज चल रहा है।