इधर जाऊं या उधर जाऊं: राहुल गांधी का बड़ा बयान, बोले- वायनाड छोड़ूं या रायबरेली, धर्मसंकट है

इधर जाऊं या उधर जाऊं: राहुल गांधी का बड़ा बयान, बोले- वायनाड छोड़ूं या रायबरेली, धर्मसंकट है

उमाकांत त्रिपाठी।कांग्रेस नेता राहुल गांधी बुधवार 12 जून को केरल के दौरे पर हैं। लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद राहुल का यह पहला केरल दौरा है। मलप्पुरम में जनसभा के दौरान राहुल ने कहा- वायनाड सीट छोड़ूं या रायबरेली, यह मेरे लिए धर्मसकंट है।
मोदी की तरह मुझे भगवान से गाइडेंस नहीं मिल रहा है। मैं साधारण मनुष्य हूं। वायनाड या रायबरेली का फैसला मुझे खुद ही करना होगा। मेरे लिए देश की गरीब जनता ही मेरी भगवान है। मैं जनता से बात करूंगा और फैसला लूंगा।

राहुल बोले
राहुल ने कहा कि केरल और उत्तर प्रदेश के लोगों ने पीएम मोदी को बताया है कि संविधान हमारी आवाज है और वे इसको छू नहीं सकते हैं। देश की जनता ने PM को बताया कि वे तानाशाही नहीं कर सकते हैं।
चुनाव से पहले भाजपा के नेता कहते थे कि वो संविधान को फाड़ देंगे। अब चुनाव के बाद मोदी संविधान को सिर से लगाते हैं। मोदी वाराणसी में मुश्किल से जीत पाए हैं। भाजपा अयोध्या में भी हार गई है। नफरत को मुहब्बत ने हरा दिया है।

मलप्पुरम में जनसभा से पहले राहुल गांधी ने रोड शो किया

राहुल के भाषण की मुख्य बातें…

1. मोदी के बायोलॉजिकल वाले बयान पर
मोदी ने कहा था कि वो बायोलॉजिकल नहीं हैं। उन्हें परमात्मा ने भेजा है। मोदी जी के परमात्मा अडाणी-अंबानी के लिए फैसला लेते हैं। मोदी के परमात्मा कहते है कि मोदी जी बॉम्बे एयरपोर्ट अडानी को दे दीजिए, तो वो दे देते हैं। फिर कहते हैं कि लखनऊ एयरपोर्ट दे दीजिए तो मोदी दे देते हैं। फिर पावर प्लांट अडाणी-अंबानी के नाम कर दिए जाते हैं। इसके बाद PM मोदी अडाणी कि मदद के लिए अग्निवीर योजना बनाई।

2. मोदी-शाह संविधान बदलना चाहते हैं
देश के हर राज्य में अलग-अलग भाषाएं हैं। हर राज्य के ट्रेडिशन सिर्फ संविधान की वजह से सुरक्षित है। अगर संविधान चले जाए तो कल कोई केरल आएगा और बोलेगा कि आप मलयालम बोले। यह चुनाव संविधान के लिए था। एक तरफ लाखों लोग कह रहे थे कि हम अपना ट्रेडिशन वापस चाहते हैं। हम अपने कल्चर में विश्वास रखते हैं। हम खुद अपना भविष्य का फैसला कर लेंगे। वहीं, दूसरी ओर पीएम मोदी और अमित शाह थे, जो चाहते थे कि केरल के लोग हिंदी बोले।

3. मोदी-शाह तानाशही नहीं कर सकेंगे
मोदी-शाह को लगा कि सिर्फ ईडी- सीबाई उनके पास है तो वे तानाशाही कर सकेंगे। उत्तर प्रदेश और केरल के लोगों ने उन्हें बताया कि वो लोग तानाशाही नहीं कर सकते हैं। इस चुनाव में नफरत और हिंसा को मुहब्बत ने हरा दिया है। अहंकार को मानवता ने हरा दिया है।

4. हम विपक्ष की भूमिका निभाते रहेंगे
दिल्ली में जो सरकार बनी है वह अपंग सरकार है। विपक्ष ने भाजपा को गहरी चोट पहुंचाई है। मोदी जी का एटीट्यूड भी बदल गया है। विपक्ष का कर्तव्य हम निभाते रहेंगे। हम गरीबों की बात संसद में उठाते रहेंगे। मोदी ने कहा था कि 400 पार होगा। फिर बोला की 300 पार होगा। लेकिन 300 पार भी नहीं हो पाए।

राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश की रायबरेली सीट से 3.90 लाख और केरल की वायनाड सीट से 3.64 लाख वोटों के अंतर से दमदार जीत दर्ज की। संविधान के अनुच्छेद 101(2) के अनुसार कोई जनप्रतिनिधि दो सीटों से चुना जाता है तो उसे रिजल्ट आने के 14 दिन के भीतर एक सीट से इस्तीफा देना होता है। यदि ऐसा नहीं करता है तो तो उसकी दोनों सीटें खाली मानी जाएंगी।ॉॉ