कोरोना गाइडलाइंस के साथ मनाया जा रहा है ईद-उल-अजहा

कोरोना गाइडलाइंस के साथ मनाया जा रहा है ईद-उल-अजहा
प्रतीकात्मक तस्वीर

देश भर में आज ईद-उल-अजहा का त्योहार कोरोना गाइडलांइस की सावधानी के साथ मनाया जा रहा है। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए मस्जिदों में एक बार में 50 लोग ही नमाज अदा करेंगे। गले मिलकर मुबारकबाद के बजाए दूर से ही मुबारकबाद की अपील की जा रही है।

कोरोना से पहले ऐशबाग ईदगाह, टीले वाली मस्जिद, आसिफी इमामबाड़ा सहित तमाम मस्जिदों में लाखों लोग नमाज में शामिल होते थे। इस बार सिर्फ 50 लोग ही नमाज पढ़ेंगे। मरकजी चांद कमेटी फरंगी महल के अध्यक्ष एवं ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फरंगी ने देशवासियों को त्योहार की मुबारकबाद पेश करते हुए अवाम की तारीफ की।

उन्होंने कहा कि जिस तरह से रमजानुल मुबारक में रोजेदारों ने घर मे रहकर लॉकडाउन पर अमल किया। ईद-उल-फितर में भी सरकार की हिदायतों का पालन किया। इसी तरह ईद-उल-अजहा में भी इन हिदायतों पर अमल करें।

मौलाना ने कहा कि हजरत इब्राहीम और हजरत इस्माईल की शानदार कुर्बानी की याद बकरीद का त्यौहार मुसलमान बड़ी धूमधाम से शरअई आदेश की रौशनी में हर साल मनाते हैं। हर साहिब-ए-निसाब मुसलमान जानवर की कुर्बानी के फरीजे को अंजाम देता है। उसका गोश्त अपने रिश्तेदारों, पड़ोसियों और गरीबों में बांटता है।

मौलाना ने कहा कि कुर्बानी के जरिये से गरीबों को कई कई दिनों का खाना उपलब्ध हो जाता है और उसके जरिये लाखों लोगों को रोजगार मिलता हैं। मौलाना ने कहा कि ऐशबाग ईदगाह में सिर्फ 50 लोगों के साथ नमाज अदा होगी। टीले वाली मस्जिद के इमाम मौलाना फजले मन्नान और इदारा शरिया फरंगी महल के अध्यक्ष मौलाना अबुल इरफान मियां ने भी 50 से ज्यादा लोगों के शामिल न होने की अपील की।