‘अग्निपथ योजना’ (Agnipath Scheme) के खिलाफ हे रहा प्रदर्शन अब भयंकर रूप लेता दीख रहा लगातार तोड- फोड़ और बसों ट्रेनों के जलाने का सिलसिला जारी है। बता दें खबरों के मुताबीक तेलंगाना के सिंकदराबाद में प्रदर्शन के दौरान पुलिस फायरिंग में एक युवक की मौत हो गई। वहीं 3 लोग घायल हो गए हैं।
जानकारी के मुताबिक, तेलंगाना के सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन पर सुबह से ही बड़ी संख्या में युवा पहुंचे थे। वो स्टेशन पर अग्निपथ योजना का विरोध कर रहे थे। इस दौरान कुछ प्रदर्शनकारियों ने स्टेशन में खड़ी ट्रेन में आग लगा दी। प्रदर्शन के दौरान लोगों ने पुलिस पर पथराव भी किया। इसके बाद पुलिस को हालात कंट्रोल करने के लिए फायरिंग करनी पड़ी। पुलिस फायरिंग में एक शख्स की मौत हो गई, जबकि तीन लोग घायल हो गए हैं।
देश भर में चल रहे धरना-प्रदर्शन के कारण आज यानी 17 जून को कई ट्रेनें प्रभावित हुई हैं। ज्यादातर ट्रेनें पूर्व मध्य रेल क्षेत्राधिकार की हैं। वहीं बिहार के 5 रेलवे स्टेशन बंद कर दिए गए हैं। दिल्ली-कोलकाता रूट पर बिहार के 5 स्टेशनों को किया गया है।
बता दें कि सरकार ने अग्निपथ योजना के पहले बैच के लिए आयु सीमा में बदलाव किया है। अग्निपथ योजना में ऊपरी आयु सीमा 21 साल से बढ़ाकर 23 साल की गई है। 2 साल कोरोना की वजह से भर्तियां न हो पाने की वजह से उम्र सीमा बढ़ाई गई है।
क्यों हो रहा विरोध-प्रदर्शन
दरअसल सेना में नियुक्ति के लिए 2021 में आवेदन मांगे गए थे। इसमें देश के कई राज्यों में हजारों अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। उनमें से कई अभ्यर्थियों ने फिजिकल टेस्ट पास किया और उनका मेडिकल किया गया था, लेकिन मेडिकल होने के बाद अब यह उम्मीदवार एक साल से लिखित परीक्षा का इंतजार कर रहे हैं। अब तक परीक्षा नहीं कराई गईं।
वहीं प्रदर्शनकारियों का कहना है कि ‘रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को इसका ऐलान किया था कि अग्निपथ स्कीम के तहत अग्निवीरों की नियुक्ति कि जाएंगी, जिन्हें 4 साल के लिए सेना में नौकरी दी जाएगी। 4 साल बाद 75 फीसदी जवानों को 11 लाख रुपए देकर घर वापस भेज दिया जाएगा। सिर्फ 25 फीसदी युवा ही आगे की सेवा कर पाएंगे। इसी को लेकर युवा अभ्यर्थी हंगामा और प्रदर्शन कर रहे हैं।’ योजना में बदलाव को लेकर पुरानी पद्धति लागू करने की मांग युवाओं की तरफ से जा रही है।