मोदी की मंत्री ने अमेठी में बनवाया घर, स्मृति ईरानी ने सिर पर कलश रखकर किया गृह प्रवेश; जानें इस घर की खासियत

मोदी की मंत्री ने अमेठी में बनवाया घर, स्मृति ईरानी ने सिर पर कलश रखकर किया गृह प्रवेश; जानें इस घर की खासियत

उमाकांत त्रिपाठी। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का नया पता अब अमेठी में है। उन्होंने यहां 15 हजार वर्गफीट में आलीशान मकान बनवाया है। गुरुवार 22 फरवरी को उन्होंने गृह प्रवेश किया। उज्जैन के पंडितों ने पूजा कराई। केंद्रीय मंत्री ने पति जुबिन ईरानी के साथ हवन-पूजन किया। केंद्रीय मंत्री का स्मृति ईरानी का यही मकान है। इसमें 6 कमरे हैं। इसके अलावा प्रेस कॉन्फ्रेंस और लेबर रूम भी है। पंडितों ने पति-पत्नी पर अक्षत छिड़के। इसके बाद स्मृति ईरानी सिर पर कलश रखकर घर में प्रवेश हुईं। केंद्रीय मंत्री ने शाम को भोज भी रखा है। इस दौरान 20 हजार लोगों जुटेंगे। इसमें यूपी विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी समेत प्रदेश सरकार के 7 मंत्री भी शामिल होंगे।

राम दरबार सहित घर में बनी ये पेंटिग्स
अमेठी से सांसद स्मृति ईरानी का मकान जिला मुख्यालय से 3 किमी दूर गौरीगंज तहसील के मेदन मवई गांव में है। सांसद ने 2021 में 11 बिस्वा जमीन खरीदी थी। इसके बाद से घर बनवाना शुरू कर दिया था, जो अब बनकर तैयार हुआ है। मकान में 6 कमरे, सर्वेंट, गेस्ट और प्रेस कॉन्फ्रेंस रूम बने हुए हैं।
हवन-पूजन के दौरान भाजपा नेता समेत कार्यकर्ता भी मौजूद रहे। घर के कोने में राम दरबार बनाया गया है। इसमें राम, सीता और लक्ष्मण और हनुमाजी की मूर्तियां स्थापित हैं। इसके अलावा भगवान भोलेनाथ और आदि शक्ति मां दुर्गा की मूर्तियां भी स्थापित की गई हैं। दीवारों पर रामलला मंदिर, महर्षि वाल्मीकि की पेंटिंग्स भी बनाई गई हैं। उज्जैन से आए पंडितों और पुरोहितों ने केंद्रीय मंत्री और उनके पति को घर में प्रवेश दिलाया।

अमेठी की जनता से किया था वादा
2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान स्मृति ईरानी ने अमेठी की जनता से वादा किया था कि सांसद बनने के बाद मैं अमेठी में अपना घर बनवाऊंगी। भले ही वो राहुल गांधी के खिलाफ वो चुनाव हार गई थीं। मगर उसके बाद भी अमेठी में उनके दौरे लगे रहे। सांसद प्रतिनिधि विजय गुप्ता की माने, तो 2019 के चुनाव में उन्होंने फिर अमेठी से चुनाव लड़ा और राहुल गांधी को हराया। इसके बाद 2021 में उन्होंने घर बनवाने के लिए जमीन खरीदी थी।