ऑस्ट्रेलियाई सेना ने अमेरिकी हेलीकॉप्टर का उपयोग शुरू किया

ऑस्ट्रेलियाई सेना ने अमेरिकी हेलीकॉप्टर का उपयोग शुरू किया

ऑस्ट्रेलिया की सेना ने शुक्रवार को कहा कि वह यूरोप में डिजाइन किए गए ताइपैन हेलीकॉप्टरों का उपयोग करने के स्थान पर अमेरिका में बने ब्लैक हॉक और सीहॉक हेलीकॉप्टर खरीदने की योजना बना रही है, क्योंकि अमेरिकी हेलीकॉप्टर ज्यादा भरोसेमंद हैं।

गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलिया ने करीब तीन महीने पहले फ्रांस से पनडुब्बियां खरीदने का अपना सौदा रद्द कर दिया था, जिसे लेकर फ्रांस बेहद नाराज हुआ। ऑस्ट्रेलिया अमेरिकी और ब्रिटिश तकनीक वाली परमाणु पनडुब्बियों के निर्माण की योजना बना रहा है।

ऑस्ट्रेलिया के पास 47 ताइपैन हेलीकॉप्टर हैं जिन्हें एयरबस ने डिजाइन किया है। ये हेलीकॉप्टर 2037 तक सेवा में रहने वाले थे। ऑस्ट्रेलिया इन हेलीकॉप्टरों का उपयोग बंद करेगा और एक साथ 40 लॉकहीड मार्टिन हेलीकॉप्टर खरीदेगा जिसपर सात अरब ऑस्ट्रेलियाई डॉलर का खर्च आना है।

प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने बताया कि ऑस्ट्रेलिया अपनी रक्षा क्षमता को बेहतर बना रहा है और अच्छी साझेदारी विकसित कर रहा है, खास तौर से अमेरिका के साथ।

मॉरिसन ने कहा, ‘‘ताइपैन मानदंडों पर खरे नहीं उतर रहे थे। बस इतनी सी बात है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘बस हम सुनिश्चित करना चाहते थे कि हमारी सेना के पास देश की सुरक्षा के लिए सर्वोत्तम उपकरण हों और ब्लैक हॉक इस जरूरत को पूरा करता है।