कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में वृद्धि के कारण संयुक्त राष्ट्र में एक प्रमुख परमाणु संधि सम्मेलन आयोजित करने की योजना आगे नहीं बढ़ पा रही है। सम्मेलन में शामिल होने वाले प्रतिभागियों ने बैठक शुरू होने से कुछ दिन पहले इसे स्थगित करने पर बृहस्पतिवार को सहमति जतायी।
महामारी के कारण लगभग दो साल की देरी के बाद, दुनिया भर के प्रतिनिधिमंडलों को परमाणु हथियार नियंत्रण से संबंधित 1970 अप्रसार संधि पर चर्चा के लिए मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में बुलाया गया था। लेकिन संयुक्त राष्ट्र निरस्त्रीकरण कार्यालय से बृहस्पतिवार को संधि में शामिल पक्षों को भेजे गए ईमेल के अनुसार आयोजक अब पहले से ही लंबित सम्मेलन को एक अगस्त से शुरू करने पर विचार कर रहे हैं।
सम्मेलन के नेता गुस्तावो ज्लौविनेन को इस संबंध में जांच की जानकारी भेजी गई थी। यह संधि दुनिया का सबसे व्यापक रूप से समर्थित परमाणु हथियार नियंत्रण समझौता है, जिसमें भाग लेने वाले 191 देश शामिल हैं। इसके अनुसार राष्ट्र इस बात के लिए प्रतिबद्ध हैं कि परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम का इस्तेमाल हथियार में रूपांतरित करने के लिए नहीं हो। संधि पर हस्ताक्षर किए जाने के समय परमाणु हथियार से संपन्न देश अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, फ्रांस और चीन, उन्हें खत्म करने की दिशा में आगे बढ़ने के लिए सहमत हुए।
अर्जेंटीना के एक राजनयिक और अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के पूर्व अधिकारी ज्लौविनेन ने कहा, ‘‘यह एक खेदजनक निर्णय है, लेकिन वर्तमान परिस्थितियों ने हमारे सामने कोई अन्य विकल्प नहीं छोड़ा है।’’ बैठक के समय और प्रारूप के बारे में बृहस्पतिवार को और विचार-विमर्श हुआ।