फैंस को बड़ा झटका, मिताली राज ने इंटरनेशनल क्रिकेट से लिया संन्यास

फैंस को बड़ा झटका, मिताली राज ने इंटरनेशनल क्रिकेट से लिया संन्यास
मिताली राज

भारत की अनुभवी बल्लेबाज मिताली राज ने क्रिकेट से संन्यास ले लिया है।बता दें वे तीनों फॉर्मेट में टीम इंडिया की कप्तानी कर चुकी हैं। मिताली ने बुधवार दोपहर को सोशल मीडिया पर अपने संन्यास ऐलान किया है। इसी के साथ मिताली ने 23 साल के अपने इंटरनेशनल करियर को अलविदा कह दिया है।

मिताली राज ने 39 साल की उम्र में संन्यास का ऐलान किया। मिताली राज ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘मैं एक छोटी बच्ची थी जब मैंने ब्लू जर्सी पहनकर अपने देश का प्रतिनिधित्व किया था. ये सफर काफी लंबा रहा जिसमें हर तरह के पल देखने को मिले, पिछले 23 साल मेरे जीवन के सबसे बेहतरीन पलों में से एक थे. हर सफर की तरह ये सफर भी खत्म हो रहा है और आज मैं इंटरनेशनल क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास लेने का ऐलान करती हूं.’

गौरतलब है मिताली राज ने 2019 में T20 इंटरनेशनल से संन्यास लिया था। उन्होंने ने 89 टी-20 इंटरनेशनल मैचों में कुल 2,364 रन बनाए, जो इस फॉर्मेट में किसी भी भारतीय द्वारा सबसे ज्यादा है।

बता दें मिताली राज का जन्म 3 दिसम्बर 1982 को जोधपुर, राजस्थान में हुआ था। उन्होंने ‘भरतनाट्यम’ नृत्य में भी ट्रेंनिग प्राप्त की है और अनेक स्टेज कार्यक्रम दिए हैं। क्रिकेट के कारण वह अपनी भरतनाट्यम् नृत्य कक्षाओं से बहुत समय तक दूर रहती थी। तब नृत्य अध्यापक ने उसे क्रिकेट और नृत्य में से एक चुनने की सलाह दी थी। उनकी माँ लीला राज एक अधिकारी थी। उनके पिता धीरज राज डोराई राज बैंक में नौकरी करने के पूर्व एयर फोर्स में थे। वे स्वयं भी क्रिकेटर रहे हैं, उन्होंने मिताली को प्रोत्साहित करने के लिए हर संभव प्रयत्न किया। उसके यात्रा खर्च उठाने के लिए अपने खर्चों में कटौती की। इसी प्रकार उसकी माँ लीला राज को भी अनेक कुर्बानियाँ बेटी के लिए देनी पड़ीं। उन्होंने बेटी की सहायता हेतु अपनी नौकरी छोड़ दी ताकि जब खेलों के अभ्यास के पश्चात थकी-हारी लौटे तो वह अपनी बेटी का ख्याल रख सके।

बचपन में जब उसके भाई को क्रिकेट की कोचिंग दी जाती थी, तब वह मौक़ा पाने पर गेंद को घुमा देती थी। तब क्रिकेटर ज्योति प्रसाद ने उसे नोटिस किया और कहा कि वह क्रिकेट की अच्छी खिलाड़ी बनेगी। मिताली के माता-पिता ने उसे आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया तथा इस प्रकार की सहायता की जिसके कारण वह अपने इस मुकाम तक पहुँच सकी है।

हैदराबाद की मिताली राज ने एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में 1999 में पहली बार भाग लिया। यह मैच मिल्टन कीनेस, आयरलैंड में हुआ था जिसमें मिताली ने नाबाद 114 रन बनाए। उन्होंने 2001-2002 में लखनऊ में इंग्लैंड के विरुद्ध प्रथम टैस्ट मैच खेला। मिताली जब प्रथम बार अंतराराष्ट्रीय टेस्ट मैच में शामिल हुईं तो बिना कोई रन बनाए डक (ज़ीरो) पर आउट हो गई। लेकिन उसने अपने कैरियर में अपनी मेहनत के दम पर आगे बढ़कर दिखाया और अंतरराष्ट्रीय महिला क्रिकेट में आज तक का सर्वाधिक स्कोर 214 रन बना कर कीर्तिमान स्थापित किया। यह रिकॉर्ड उन्होंने इंग्लैंड के ख़िलाफ़ खेलते हुए 2002 में बनाया। यह महिला क्रिकेट का सर्वाधिक रन रिकॉर्ड है।