ऑटो ड्राइवर से सीएम बनने का सियासी सफर, ऐसा रहा ‘एकनाथ शिंदे’ का राजनीतिक जीवन

ऑटो ड्राइवर से सीएम बनने का सियासी सफर, ऐसा रहा ‘एकनाथ शिंदे’ का राजनीतिक जीवन
एकनाथ शिंदे

कभी ठाणे की सड़कों पर ऑटो चलाने वाला एक युवक आने वाले समय में महाराष्ट्र सरकार की ड्राइविंग सीट पर बैठ सकता है, शायद ही किसी ने सोचा होगा। उन्होंने ढाई साल से चल रही महाविकास अघाड़ी सरकार पर एक झटके में ब्रेक लगा ही दिया। उद्धव ठाकरे को सिंहासन से उखाड़ फेंका और खुद मुख्यमंत्री बन गए।

एकनाथ शिंदे भले ही आज महाराष्ट्र के सीएम बनने वाले है लेकिन एक समय था जब वह एक ऑटो रिक्शा चलाते थे। 58 साल के शिंदे का पूरा स्कूली जीवन ठाणे में बीता। फिर उन्होंने यहां ऑटो रिक्शा चलाने का काम किया उसी दौरान उनका संपर्क शिवसेना के किसी नेता से हुआ जिन्होंने उनकी मुलाकात शिवसेना के प्रमुख बाला साहेब से कराई।

उनके राजनीतिक जीवन की शुरूआत महज 18 साल में ही हो गई थी।

एकनाथ शिंदे ने पहली बार 1997 में ठाणे से पार्षद का चुनाव लड़ा और जीत दर्ज कर पार्षद बन गए। यही से उनका राजनैतिक सफर सही मायने में चल पड़ा। शिंदे 2004 में ठाणे विधानसभा से शिवसेना की ओर से विधायक बने। इसके बाद 2009,2014और 2014 में भी विधायक बनें। एकनाथ शिंदे के कद को आप इसी से समझ सकते है कि देवेन्द्र फडणवीस की सरकार में वह लोक निर्माण मंत्री भी रह चुके है।

महाविकास अघाड़ी सरकार में भी शिंदे शहरी विकास और पीडब्ल्यूडी विभाग के मंत्री थे।