उमाकांत त्रिपाठी।केंद्रीय मंत्री और नागपुर सीट से भाजपा उम्मीदवार नितिन गडकरी ने बुधवार को एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि, उन्होंने कभी भी काम को लेकर किसी से भेदभाव नहीं किया है। वह सबको साथ लेकर चले हैं, फिर भी किसी को लगता है कि उसके साथ भेदभाव हुआ तो वे उन्हें वोट न दें।
गडकरी ने यह बातें लोकसभा चुनाव के पहले चरण का प्रचार खत्म होने से पहले कहीं। 19 अप्रैल को 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 102 सीटों पर वोटिंग होगी। इसमें महाराष्ट्र की नागपुर लोकसभा सीट भी है।
नितिन गडकरी बोले
अपने काम को ही अपनी पहचान बताने वाले गडकरी ने कहा- मुझे जो भी पहचान मिली है वह नागपुर के लोगों की है। मैंने यहां के लोगों को समान दृष्टि से देखा है। यहां तक कि पति-पत्नी, परिवारों, राजनीतिक दलों के बीच मतभेद होते हैं, लेकिन पिछले दस सालों में मैंने सभी को बराबर देखा।
अगर मैंने कभी काम में कोई भेदभाव किया है या दलितों और मुसलमानों के साथ अन्याय किया हो, तो मुझे वोट देने की कोई जरूरत नहीं है। अगर मैंने ईमानदारी से काम किया है, तो कृपया मुझे वोट दें।
गडकरी बोले
जीत को लेकर काफिंडेंस में नजर आ रहे केंद्रीय मंत्री ने कहा- मैं अपनी जीत को लेकर 101 प्रतिशत आश्वस्त हूं। इस बार मैं बहुत अच्छे अंतर से चुनाव जीतूंगा। जनता के समर्थन, उनके उत्साह, पार्टी कार्यकर्ताओं की कड़ी मेहनत को देखते हुए, मैं इस बार पांच लाख के बड़े अंतर से जीत हासिल करने की कोशिश करूंगा।
इस बार नागपुर में गडकरी बनाम ठाकरे मुकाबला
महाराष्ट्र के 48 संसदीय क्षेत्रों में से एक नागपुर में लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 19 अप्रैल को मतदान होगा। इस सीट पर भाजपा के सीनियर नेता नितिन गडकरी और कांग्रेस नेता और नागपुर पश्चिम से विधायक विकास ठाकरे के बीच मुकाबला होगा।
2014 और 2019 में बड़े अंतर से जीत दर्ज की थी
2019 के लोकसभा चुनावों में, नितिन गडकरी ने 55.7 प्रतिशत के भारी वोट शेयर के साथ जीत दर्ज की। उन्होंने वर्तमान महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले को 2,16,009 वोटों के अंतर से हराया था। 2014 के लोकसभा चुनाव में भी गडकरी ने कांग्रेस नेता विलास मुत्तेमवार को 2,84,828 वोटों के अंतर से हराया था।