नितिन गडकरी ने जब मुख्यमंत्री को पुल बनवाने से मना कर दिया था

नितिन गडकरी ने जब मुख्यमंत्री को पुल बनवाने से मना कर दिया था

गडकरी के तो कई किस्से आपने सुने होंगे… सड़क से लेकर नदी तक, पुल से लेकर पुलिया तक, कार से लेकर मेट्रो तक गडकरी जिस अंदाज में काम कर रहे हैं भारत भर के लोग उनके मुरीद होते जा रहे हैं… टो टुक बात कहने वाले गडकरी एलन मस्क तक को भी ना बोलने से नहीं चुकते जो दुनिया के सबसे अमीर आदमी हैं तो फिर एक मुख्यमंत्री की बात क्या सुनेंगे अगर वो उन्हें गलत लग रहा है तो… गडकरी ने तो जो फैसला एक बार कर लिया उसे मोदी भी नहीं बदलते… ऐसा ही एक वाकया गडकरी ने शेयर किया है जिसे सुनकर आप भी कहेंगे वाह गडकरी जी वाह… गॉड तुस्सी ग्रेट हो…

बात तबकी है जब अभी के केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनोवाल असम के मुख्यमंत्री हुआ करते थे… गडकरी और सोनोवाल एक साथ हेलिकॉप्टर से कहीं जा रहे थे… रास्ते में सोनोवाल ने गडकरी से कहा ब्रह्मपुत्र नदी पर माजुली के लिए एक पुल बना दिजीए… सोनोवाल इसी माजुली से विधानसभा का चुनाव लड़ते थे… पुल की बात सुनकर गडकरी ने सोनोवाल को पुल बनवाने से मना कर दिया… उन्हें लग रहा था कि इसमें बहुत खर्चा आएगा इसलिए उन्होंने कहा ये संभव नहीं है… इसपर सोनोवाल जिद करने लगे और गडकरी से साफ-साफ कह दिया कि अगर आप चाहते हैं कि मैं चुनाव जीत जाऊं तो प्लीज आप ये पुल बनवा दीजिए… लेकिन नितीन गडकरी नहीं माने और कहा कि आप बार-बार मुझे पुल के लिए मत कहिए… लेकिन वो नहीं माने और रास्ते भर पुल बनाने की रट लगाए रहें… और ये जिद करते रहें कि अगर आपने ये पुल नहीं बनाया तो मैं दोबारा चुनाव नहीं जीत पाऊंगा…

सोनोवाल के इतना जिद करने पर गडकरी ने आखिर पुल बनाने के लिए हामी भर दी… लेकिन जब दिल्ली पहुंचकर अपने डीजी से इस पुल के लिए बात की तो उन्होंने करीब 6000 करोड़ का बजट बताया… ये सुनकर गडकरी का दिमाग हिल गया और वो इसे किस तरह कम पैसों में बन जाए इसकी तरकीब निकालने लगे… काफी माथापच्ची करने के बाद यूपी ब्रिज कार्पोरेशन को ये पुल बनाने का ठेका दिया जो 680 करोड़ में इसे बना रही है… इसके लिए एक नई टेक्नोलॉजी लाई गई… जहां पहले पहले दो पिलरों के बीच में डिस्टेंस 30 मीटर हुआ करती थी… उसे 120 मीटर कर दिया गया… और इस तरह पुल बनाने का रास्ता साफ हो गया…
नितिन गडकरी अपनी इन्हीं खुबियों के चलते पक्ष तो पक्ष विपक्ष के बीच भी लोकप्रिय होते जा रहे हैं… इसी तरह के फैसलों से देश में पुल-पुलिया और सड़कों का जाल बिछाकर देश को प्रगति के पथ पर ले जाने की कोशिश में लगे रहते हैं…