ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट, वनडे और टी-20 में मैन ऑफ द मैच जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने कोहली

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट, वनडे और टी-20 में मैन ऑफ द मैच जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने कोहली

विराट कोहली ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट, वनडे और टी-20 में मैन ऑफ द मैच का खिताब जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बन गए। इसी के साथ टेस्ट क्रिकेट में विराट कोहली ने 10वां मैन ऑफ द मैच का खिताब अपने नाम किया। उनसे ज्यादा 10 बार राहुल द्रविड़ और 14 बार सचिन तेंदुलकर टेस्ट में मैन ऑफ द मैच रहे हैं। इसी के साथ ही विराट कोहली क्रिकेट इतिहास में तीनों फॉर्मेट में कम से कम 10-10 मैन ऑफ द मैच का खिताब जीतने वाले दुनिया के पहले खिलाड़ी बन गए हैं। यह रिकॉर्ड बताने के लिए काफी है कि वर्ल्ड क्रिकेट में आज विराट की तूती क्यों बोलती है। 2-1 से टेस्ट सीरीज जीतने के बाद कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि चौथे टेस्ट में भारत की मजबूत स्थिति के लिए विराट कोहली की बल्लेबाजी महत्वपूर्ण रही।

विराट कोहली ने मैन ऑफ द मैच का खिताब जीतने के बाद कहा कि उनके पास अपने आलोचकों को साबित करने के लिए कुछ भी नहीं है, लेकिन 186 रन बनाने के बाद उन्होंने मैदान पर अपनी मौजूदगी साबित करने की जरूरत महसूस की। कोहली के मुताबिक, ‘मैं अब उस जगह पर नहीं हूं जहां मैं बाहर जाऊंगा और किसी को गलत साबित करूंगा। मुझे यह भी बताने की जरूरत नहीं कि मैं मैदान पर क्यों हूं। जब मैं 60 रन पर था, तो हमने सकारात्मक खेलने का फैसला किया। लेकिन हमने श्रेयस अय्यर को खो दिया। श्रेयस अय्यर के बल्लेबाजी ना करने का मतलब था कि हमें एक एक्स्पर्ट बल्लेबाज की कमी पूरी करनी थी। इसके लिए मेरा बीच मैदान डटे रहना जरूरी था। मैंने अपनी तरफ से कोशिश की ताकि टीम को श्रेयस अय्यर की कमी महसूस ना हो।

विराट कोहली ने कहा, एक खिलाड़ी के रूप में मुझसे जो उम्मीदें हैं, वे मेरे लिए अधिक महत्वपूर्ण हैं। मुझे लगता है कि टेस्ट क्रिकेट में मैं अपनी उस गति के साथ नहीं खेल पाया, जैसा मैं पिछले 10 साल से खेल रहा हूं। तो यही एक चीज थी जो मैं करने की कोशिश कर रहा था। मुझे लगा कि मैं नागपुर में पहली पारी से अच्छी बल्लेबाजी कर रहा हूं, लेकिन हम टीम के लिए बल्लेबाजी पर फोकस कर रहे हैं। जिस क्षमता से मैंने अतीत में बैटिंग की है, उस दृष्टिकोण से मैं निराश था। लेकिन विश्वास था कि मैं अच्छा खेल रहा हूं और अगर मुझे अच्छे विकेट पर मौका मिला तो मैं बड़ा प्रदर्शन कर सकता हूं। टेस्ट क्रिकेट में भी कमाल दिखा सकता हूं। यह शतक सही समय पर आया है। मैं वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल खेलने के लिए पूरी तरह तैयार हूं।