90 फीट गहरे बोरवेल में गिरा मासूम, 16 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद निकाला गया सकुशल

90 फीट गहरे बोरवेल में गिरा मासूम, 16 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद निकाला गया सकुशल
बोरवेल में गिरा मासूम

राजस्थान के जालोर जिले के सांचौर क्षेत्र में 16 घंटे से 90 फीट गहरे बोरवेल में फंसी एक मासूम की जान बचा ली गई है। 4 साल का मासूम अनिल की तबीयत दुरुस्त बताई जा रही है। आपको बता दें कि यहां लाछड़ी गांव में गुरुवार सुबह करीब 10 बजे एक 90 फीट गहरे बोरवेल में मासूम अनिल खेलते-खेलते गिर गया था। सूचना मिलते ही मौके पर एनडीआरएफ की टीम पहुंची और उसे बचाने के लिये रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। काफी कड़ी मशक्कत और एक देसी जुगाड़ की मदद से बच्चे को सकुशल बाहर निकाल लिया गया।

बोरवेल में बच्चे के गिरने की सूचना के बाद पहुंचे राहत और बचाव दलों ने जल्द ही रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया था। इस दौरान प्रशासन के तमाम आलाधिकारी रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान मौजूद रहा। एनडीआरएफ की तीन टीमें इस अभियान मे लगी रही। लेकिन मासूम अनिल देवासी को बाहर निकालने में कामयाबी नहीं मिल रही थी, ऐसे में परिजनों के साथ साथ प्रशासन की भी सांसे अटकी हुई थी।

रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान आखिर 16 घंटे बाद रात 2:24 मिनट पर बोरवेल में फसे मासूम बालक को सकुशल बाहर निकाल लिया गया। इसके पीछे भीनमाल के मेडा निवासी माधाराम सुथार का देसी जुगाड़ काम आया। मासूम बालक को बाहर निकाला गया तो सभी के खुशी से आंसू छलक पड़े। वहीं बालक के परिजन मादाराम को दुआएं देते नहीं थक रहे हैं।

जिला कलेक्टर नम्रता वर्षिनी, पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह पूरी रात डेरा डाले बैठे रहे, जब बच्चे को बाहर निकाला तो उनके चेहरे पर जो खुशी देखने को मिल रही थी, उसका कोई मुकाबला नही था। सर्च अभियान में जुटी टीमों की हौसला अफजाई के लिये घटना के बाद से लगे सांचोर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दशरथ सिंह, डिप्टी एसपी वीरेंद्र सिंह, थानाधिकारी प्रवीण कुमार, तहसीलदार देशलाराम परिहार, ब्लॉक सीएमओ डॉ ओपी सुथार, डॉ दीपाराम चौधरी सहित पूरी टीम लगी हुई थी।

इन सभी लोगों ने लगातार खड़े रहकर रेस्क्यू टीम का हौसला बढ़ाया। वहीं इस पूरे अभियान में मासूम की जिंदगी को बचाने में लगे प्रशासन को और रेस्क्यू टीम के मनोबल को बढ़ाने के लिए बीजेपी नेता दानाराम चौधरी, सीए सत्येंद्र बिश्नोई , हाडेतर सरपंच दिनेशसिंह राजपुरोहित सहित बड़ी सख्या में लोग मौजूद रहे।