भाजपा का सिसोदिया पर तंज- बच्चों को थमानी थी किताब, थमा गए शराब, “आप” ने भाजपा पर लगाया गंभीर आरोप

भाजपा का सिसोदिया पर तंज- बच्चों को थमानी थी किताब, थमा गए शराब, “आप” ने भाजपा पर लगाया गंभीर आरोप
सिसोदिया

नई आबकारी नीति को लेकर भाजपा और आम आदमी पार्टी के बीच ज़ुबानी जंग तेज़ हो चुकी है. एक दूसरे के उपर वार पलटवार का दौर जारी है. इस बीच “आप” विधायक ने भाजपा पर बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा आप के विधायकों को ख़रीदने का प्रयास कर रही है. साथ ही जिन विधायकों ने उनकी बात नहीं मानी, तो उनके पिछे भी CBI ED लगाई जाएगी. वहीं भाजपा ने फिर शराब घोटाले को लेकर अरविंद केजरीवाल को घेरा है. भाजपा ने मनीष सिसोदिया पर निशाना साधते हुए कहा की बच्चों को थमानी थी किताब, थमा गए शराब.

राज्यसभा सांसद का भाजपा पर बड़ा आरोप

आप नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि, “भाजपा ने आप के 4 विधायक को दिया आफर दिया है कि भाजपा में आओ 20 करोड़ रुपया लो और दूसरे विधायकों को तोड़ कर लाओ और 25 करोड़ रुपये लो. एक तरफ़ मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल हैं जो भारत को नंबर 1 बनाने के मिशन में लगे हैं; दूसरी तरफ़ मोदी हैं जो दूसरी पार्टियों को तोड़ने में लगे हैं”. उन्होंने आगे कहा कि भाजपा के तरफ़ से कहा गया कि 20 करोड़ रुपया ले लो वरना जैसे मनीष सिसोदीया पर CBI-ED से फ़र्ज़ी केस कराये, तुम पर भी कराएंगे.

भाजपा का आरोप, “बच्चों को थमानी थी किताब, थमा गए शराब”

दिल्ली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि, “कूल खोलने की बात करने वाले केजरीवाल स्कूल तो नहीं खोल पाए, लेकिन उसके बगल में शराब के ठेके जरुर खोल दिए और साथ ही शराब पीने की उम्र को कम करके दिल्ली के युवाओं को नशे में झोंकने का काम करने से भी पीछे नहीं हटे.” आदेश गुप्ता ने केजरीवाल से सवाल पूछा की अगर यह आबकारी नीति दिल्ली के राजस्व को बढ़ाने में मददगार थी तो इसे वापस क्यों लिया गया. उन्होंने आगे कहा, “अब तो सिर्फ केजरीवाल ही नहीं बल्कि पूरी दिल्ली जान चुकी है कि इस पूरे घोटाले का मुख्य अपराधी अगर कोई है तो वह मनीष सिसोदिया हैं और इसके सरगना केजरीवाल हैं.”

बता दें, नई आबकारी नीति को लेकर आप और भाजपा के बीच जमकर ज़ुबानी जंग चल रही है. पिछले दिनों मनीष सिसोदिया ने यह आरोप लगाया था की उन्हें भाजपा में शामिल होने के लिए फ़ोन आया था. हालांकि इस आरोप को भाजपा ने नकार दिया था. इस राजनीतिक बयानबाज़ी को देखकर यह माना जा सकता है कि यह मामला अभी और आगे जाएगा.