“नीतीश ने पीठ में छुड़ा घोंपा”, ‘जन भावना महासभा’ में गृहमंत्री अमित शाह ने लालू-नीतीश पर जमकर बोला हमला

“नीतीश ने पीठ में छुड़ा घोंपा”, ‘जन भावना महासभा’ में गृहमंत्री अमित शाह ने लालू-नीतीश पर जमकर बोला हमला
अमित शाह

बिहार में जदयू भाजपा गठबंधन टूटने के बाद पहली बार गृह मंत्री अमित शाह बिहार दौरे पर हैं। अमित शाह ‘जन भावना महासभा’ रैली में शामिल होने पूर्णिया पहुँचे थे। इस दौरान उन्होंने महागठबंधन पर जमकर निशाना साधा है। अमित शाह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर पीठ में छुड़ा घोपने का आरोप लगाया है। अमित शाह के इस रैली को आगामी लोकसभा चुनाव से भी जोड़ कर देखा जा रहा है। इस जनसभा में सीमांचल के लोग शामिल हुए थे। इस दौरान केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, राज्यसभा सांसद सुशील मोदी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष संजय जयसवाल समेत भाजपा के सभी दिग्गज नेता मौजूद थे।

गृह मंत्री अमित शाह ने लालू-नीतीश पर निशाना साधते हुए कहा, “मैं यहां आया हूं तब लालू और नीतीश की जोड़ी को पेट में दर्द हो रहा है। वो कह रहे हैं कि बिहार में झगड़ा लगाने आए हैं, कुछ करके जाएंगे। झगड़ा लगाने के लिए मेरी जरूरत नहीं है लालू जी, आप झगड़ा लगाने के लिए पर्याप्त हो, आपने पूरा जीवन यही काम किया है।” अमित शाह ने कहा, “हम स्वार्थ और सत्ता की राजनीति की जगह सेवा और विकास की राजनीति के पक्षधर हैं। प्रधानमंत्री बनने के लिए नीतीश बाबू ने जिस एंटी कांग्रेस राजनीति से जन्म लिया था उसी के पीठ में छुरा घोंपकर RJD और कांग्रेस की गोदी में बैठने का काम किया।”

गृह मंत्री अमित शाह ने जंगलराज को याद दिलाते हुए कहा, “जब लालू जी सरकार में जुड़ गए हैं और नीतीश जी लालू की गोद में बैठे हैं। अब यहां डर का माहौल बन गया है। मैं आपको कहने आया हूं कि ये सीमावर्ती ज़िले भारत का हिस्सा हैं। किसी को डरने की जरूरत नहीं है। यहां पर नरेंद्र मोदी सरकार है।” साथ ही अमित शाह ने इस दौरान धारा 370 और 35A का भी जिक्र किया है। शाह ने कहा, “2014 में नीतीश कुमार के पास केवल 2 लोकसभा सीटें थीं, ‘ना घर के रहे थे, न घाट के’। उन्होंने आगामी लोकसभा चुनाव का जिक्र करते हुए कहा, “2024 के लोकसभा चुनाव आने दें, बिहार की जनता लालू-नीतीश की जोड़ी का सफाया कर देगी। हम पूर्ण बहुमत के साथ, 2025 के चुनावों में यहां सत्ता में आने जा रहे हैं।”

बता दें, बिहार में इस वक़्त भाजपा के 17 सांसद है। आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा अकेले तो वही पहली बार राजद और जदयू साथ में चुनावी मैदान में उतरने वाले हैं। इस समीकरण के कारण यह माना जा रहा है कि भाजपा को खासा नुकसान उठाना पड़ सकता है। वहीं भाजपा गठबंधन टूटने के बाद लगातार नीतीश कुमार पर हमलावर दिख रही है। बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने अमित शाह के इस जनसभा को लेकर हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि अमित शाह की रैली हिन्दू और मुस्लिम के बीच खाई पैदा करने के लिए आयोजित किया गया है। हालांकि, अमित शाह के इस जनसभा के बाद यह तय होगया है कि 2024 लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा ने शंखनाद कर दिया है।