मदद के लिए आगे आया रूस, वैक्सीन की पहली खेप पहुंची भारत

मदद के लिए आगे आया रूस, वैक्सीन की पहली खेप पहुंची भारत
रुसी मदद

देश भर में कोरोना की दूसरी लहर ने कोहराम मचा रखा है। कोरोना संक्रमितों का दैनिक आंकड़ा 4 लाख को पार कर गया है। इसी बीच सरकार ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई को और तेज कर दिया है। अब देश में टीकाकरण के तीसरे चरण की शुरुआत की जा रही है जिसमें 18 साल से 45 साल की उम्र के लोगों को कोविड वैक्‍सीन लगाने का फैसला लिया गया है। हालांकि कई राज्‍य सरकारों ने कोविड वैक्‍सीन की किल्‍लत की शिकायतें की हैं। इसी बीच रूस से कोविड वैक्‍सीन स्‍पुतनिक वी की पहली खेप भारत पहुंची है।

रुसी मदद

रुस द्वारा निर्मित इस स्पुतनिक वी वैक्सीन के भारत आने से कोरोना के खिलाफ जंग में काफी मदद मिलेगी। कुछ दिन पहले ही केंद्र ने इसके आपात इस्‍तेमाल की मंजूरी दी है। इस तरह से देश में कोरोना के खिलाफ लड़ाई तीन टीकों से लड़ी जाएगी।

हाल ही में पीएम मोदी ने देश में गहराए कोरोना संकट के मसले पर रूसी राष्‍ट्रपति व्‍लादिमीर पुतिन से टेलीफोन पर बातचीत की थी। इस बातचीत में रूसी राष्‍ट्रपति पुतिन ने पीएम मोदी को हर संभव मदद का भरोसा दिया था। पीएमओ की ओर से जारी बयान के मुताबिक पुतिन ने भारत में स्पुतनिक के इस्तेमाल की अनुमित मिलने पर खुशी जताई थी।

समाचार एजेंसी ANI ने रूस में भारत के राजदूत बाला वेंकटेश वर्मा के हवाले से बताया है कि भारत को मई की शुरुआत में 150,000 से 200,000 तैयार वैक्सीन उपलब्ध होने की उम्मीद है।