अंतिम टेस्ट मैच हर हाल में जीत कर दिखाएगा भारत, वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में पहुंचने की राह आसान

अंतिम टेस्ट मैच हर हाल में जीत कर दिखाएगा भारत, वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में पहुंचने की राह आसान

सूर्य कुमार यादव और मोहम्मद शमी की ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे टेस्ट के लिए टीम इंडिया में वापसी हो गई है। भारतीय टीम को खराब बल्लेबाजी के कारण ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे टेस्ट में 9 विकेट से करारी हार झेलनी पड़ी। ऑस्ट्रेलियाई टीम ने दमदार वापसी करते हुए धमाकेदार खेल दिखाया। इंदौर टेस्ट में जीत के साथ ही ऑस्ट्रेलिया ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया। वहीं, टीम इंडिया को WTC के फाइनल में पहुंचने के लिए अहमदाबाद में होने वाला चौथा टेस्ट हर हाल में जीतना होगा। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे टेस्ट में टीम इंडिया की ताकत यानी मजबूत बल्लेबाजी ही उसकी सबसे बड़ी कमजोरी बन गई।

भारतीय टीम ने दुनिया को एक से बढ़कर एक बेहतरीन बल्लेबाज दिए हैं। टीम इंडिया ने पिछले एक दशक में टेस्ट में घर पर जो दबदबा बनाया है, उसमें बल्लेबाजों का अहम योगदान रहा है। यह घर पर खेले गए पिछले 45 टेस्ट मैचों में भारतीय टीम की तीसरी हार थी। भारतीय टॉप ऑर्डर ने मुश्किल परिस्थितियों में रन बनाकर टीम इंडिया को जीत दिलाई है। भारतीय टॉप ऑर्डर टीम इंडिया की सबसे बड़ी ताकत माना जाता है, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम इंडिया का टॉप ऑर्डर बुरी तरह से फ्लॉप रहा है। इनमें विराट कोहली, केएल राहुल, शुभ्मन गिल और चेतेश्वर पुजारा जैसे नाम शामिल हैं।

भारतीय टीम के सुपरस्टार बल्लेबाज विराट कोहली जब भी बड़ी पारी खेलते हैं, तो टीम इंडिया जीत की दावेदार होती है, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में वह अपने नाम के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं। उन्होंने अभी तक ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ 12, 44, 20, 22 और 13 रनों की पारियां खेली है। वह बेहतरीन शुरुआत को बड़ी पारी में नहीं बदल पा रहे हैं। टेस्ट क्रिकेट में विराट ने आखिरी शतक नवंबर, 2019 में लगाया था। कोहली का अंतिम टेस्ट अर्धशतक जनवरी 2022 में आया था। इस दफा बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज में विराट डेब्यू कर रहे मर्फी और कुहनीमन जैसे स्पिनर्स का शिकार बन रहे हैं। मुश्किल ये है विराट की तरह दूसरा कोई बल्लेबाज टीम के पास है नहीं, जो चल जाए तो मुकाबले को एकतरफा कर दे।

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज के पहले 2 मैचों में केएल राहुल बुरी तरह से फ्लॉप रहे। वह रन बनाना तो दूर, क्रीज पर टिकने के लिए तरस रहे थे। इसके बाद सीरीज के बाकी बचे 2 मैचों से उनसे उपकप्तानी भी छीन ली गई। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 20, 17 और 1 रन की पारी खेली है। इसके बाद उन्हें तीसरे टेस्ट से बाहर कर दिया गया। उनकी जगह प्लेइंग XI में शामिल किए गए शुभ्मन गिल भी बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहे। उन्होंने 21 और 5 रन ही बनाए। वहीं, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले मैच में शतक लगाने वाले रोहित शर्मा भी इसके बाद लय में नजर नहीं आए हैं। इन बल्लेबाजों के जल्दी आउट होने से बाद के आने वाले खिलाड़ियों पर दबाव बढ़ जाता है।

अगर भारत को 9 मार्च से शुरू हो रहे अहमदाबाद टेस्ट को जीतना है, तो बल्लेबाजों को जिम्मेदारी उठानी होगी। कंगारू गेंदबाजों की धज्जियां उड़ानी होगी। कहा जा रहा है कि अंतिम टेस्ट में मोहम्मद सिराज की जगह मोहम्मद शमी और श्रेयस अय्यर की जगह सूर्य कुमार यादव नजर आएंगे। उम्मीद है कि उनके रहते हम मैच जीत जाएंगे।