नई दिल्ली में आयोजित हुआ जनजातीय महोत्सव

नई दिल्ली में आयोजित हुआ जनजातीय महोत्सव

जनजातीय कार्य मंत्रालय के तत्वावधान में जनजातीय सहकारी विपणन विकास संघ लिमिटेड (ट्राइफेड) द्वारा आयोजित राष्ट्रीय-स्तरीय जनजातीय महोत्सव, आदि महोत्सव राष्ट्रीय स्तर पर जनजातीय संस्कृति को प्रस्तुत करने के लिए जनजातीय संस्कृति, शिल्प, व्यंजन, वाणिज्य और कला रूपों की भावना का जश्न मनाने के लिया आयोजित किया जाता है। यह जनजातीय कार्य मंत्रालय का एक वार्षिक कार्यक्रम है और जनजातीय समुदायों को बढ़ावा देने, विकसित करने और अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए अपने बहु-आयामी अद्वितीय दृष्टिकोण के लिए यह काफी प्रशंसित है।

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कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के तत्वावधान में राष्ट्रीय उद्यमिता और लघु व्यवसाय विकास संस्थान (एनआईईएसबीयूडी) ने नई दिल्ली में आदि महोत्सव में 22 से 24 फरवरी, 2023 तक कारीगरों और नैनो उद्यमों के लिए एक कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यशाला का उद्घाटन 22 फरवरी, 2023 को लगभग 170 आदिवासी शिल्पकारों की उपस्थिति में राष्ट्रीय स्तर के उत्सव में किया गया और 24 फरवरी को संपन्न हुआ।

राष्ट्रीय उद्यमिता और लघु व्यवसाय विकास संस्थान (एनआईईएसबीयूडी) की निदेशक डॉ. पूनम सिन्हा ने अपनी चिंता साझा की कि जनजातीय शिल्पकारों के कौशल में सक्षम होने के बावजूद, उनके व्यवसाय प्रबंधन ज्ञान की कमी ने उन्हें इसका अधिकतम लाभ उठाने से रोका। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि चूंकि ये आदिवासी कलाकार उद्यमिता की दुनिया में शुरुआत कर रहे हैं, इसलिए उन्हें इसके सभी तत्वों के बारे में सलाह और शिक्षा की बहुत जरूरत है। कार्यशाला प्रतिभागियों के पहले से मौजूद उत्पादों में मूल्यवर्धन सुनिश्चित करेगी, वित्तीय और विपणन लिंक स्थापित करेगी, प्रभाव लाएगी और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म से जुड़ने में मदद करेगी, प्रतिभागियों को सरकारी नियमों से भी अवगत कराया जाएगा ताकि वे सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सकें। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि कार्यशाला के दौरान और बाद में जब उन्हें इसकी आवश्यकता होगी, हैंडहोल्डिंग और मेंटरिंग सहायता की पेशकश की जाएगी और उन्हें निरंतर समर्थन दिया जाएगा।

ट्राइफेड की एमडी श्रीमती गीतांजलि गुप्ता और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने आदिवासी शिल्पकारों को संबोधित किया और कहा कि कार्यशाला से कारीगरों को विपणन संपर्क विकसित करने, डिजाइन हस्तक्षेप और सरकारी योजनाओं के माध्यम से समर्थन के मामले में सकारात्मक लाभ होगा। आदि महोत्सव, बिक्री आउटलेट और विभिन्न अन्य स्रोतों के माध्यम से जनजातीय कारीगरों के उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए ट्राईफेड की पहल के साथ-साथ देश भर में आदिवासियों के लाभ के लिए लागू की जा रही जनजातीय कार्य मंत्रालय की विभिन्न योजनाओं को भी विस्तार से बताया गया। गणमान्य व्यक्तियों ने कारीगरों को उनके व्यवसाय में वृद्धि के लिए समर्थन प्रदान करने के लिए नीसबुड की पहल की सराहना की और कार्यशाला की सफलता के लिए अपनी शुभकामनाएं दीं। नीसबुड के अधिकारियों और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी प्रतिभागियों के साथ बातचीत की ताकि वे अपने व्यवसाय को बढ़ावा देने में कारीगरों के सामने आने वाली चुनौतियों और बाधाओं को समझ सकें।
 

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संचार और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तत्वावधान में डाक विभाग ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया। भारतीय डाक ने घरेलू और अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों के लिए स्पीड पोस्ट/पार्सल बुकिंग सुविधाएं, आधार नामांकन/अद्यतन की सुविधा, पीओएसबी और आईपीपीबी की पीएलआई विभिन्न सुविधाएं प्रदान करने के लिए स्टॉल स्थापित किए थे। स्टॉल पर टिकटों की बिक्री और पीएलआई/आरपीएलआई की सुविधा भी दी गई। इसके अलावा, डाक विभाग देश के दूरस्थ जनजातीय क्षेत्रों में भी पार्सल पैकेजिंग सेवाएं प्रदान कर रहा है। आदि महोत्सव में कई वित्तीय सेवाओं के लिए जागरूकता अभियान आयोजित किए गए।

इस प्रकार, आदि महोत्सव आदिवासी संस्कृति का उत्सव है, जो आदिवासी कल्याण के लिए कई उद्देश्यों की सेवा करता है, देश के लोगों का उत्थान करता है, और ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ और ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ के माध्यम से प्रधानमंत्री के समावेशी विकास के दृष्टिकोण को बढ़ावा देता है।

जनजातीय कार्य मंत्रालय के अनुरोध पर और पात्र लाभार्थियों कोकार्य मंत्रालय के स्वास्थ्य लाभ का विस्तार करने के उद्देश्य से, राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण ने भी आभा कार्ड जारी करने और आयुष्मान भारत कार्ड के लिए आवेदनों को संसाधित करने के लिए कर्मचारियों के साथ एक स्टॉल लगाकर आदि महोत्सव में उत्साहपूर्वक भाग लिया। आवश्यकता पड़ने पर आभा कार्ड जारी करने के साथ-साथ, एनएचए की टीम ने इकट्ठे हुए आदिवासी कारीगरों के बीच आयुष्मान भारत योजना के लाभों के बारे में गहन जागरूकता अभियान भी चलाया।

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