योगी के रहते यूपी में संतो की हत्या की साजिश नही चलेगी

योगी के रहते यूपी में संतो की हत्या की साजिश नही चलेगी

धर्मयोगी, कर्मयोगी से लेकर राजयोगी तक का सफर तय करने वाले योगी आदित्यनाथ के हाथों में यूपी की कमान है… जहां गुंडे, बदमाश, माफिया से लेकर गैंगस्टर तक सभी योगी से अपने जान की भीख मांगते नजर आते हैं… किसी का घर कुर्क किया गया, किसी का बंगला तोड़ा गया तो किसी का फार्म हाउस बुलडोजर की चपेट में आया… काली कमाई से बनाई गई हर संपत्ति पर योगी का बुलडोजर जमकर चला… ऐसे में किसी संत की हत्या का प्लान बनाने का मामला सामने आना बेहद चौंकाने वाला है…

जिस प्रदेश में सीएम की कुर्सी पर खुद एक संत बैठा हो वहां ऐसा करने की जुर्रत कौन कर सकता है… इस बात की जानकारी जैसी ही सीएम योगी को हुई कि प्रयागराज में संतों को जहर देकर मारने की साजिश रची जा रही है तो सीएम योगी गुस्से से लाल हो गए… अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि आरोपी की पूरी कुंडली खंगाली जाए… अब उसके साथ जो होने वाला है वो या तो ईश्वर को पता है या फिर योगी महाराज को…

किसने और क्यों रची प्रयागराज में संतो को मारने की साजिश एक नजर इसपर डाल लेते हैं… कुछ दिन पहले महिला संत त्रिकाल भवंता ने पुलिस के पास एक मामला दर्ज करवाया जिसमें कहा कि योगेन्द्र शर्मा नाम का एक शख्स शनिवार को उनके आश्रम आया था… जो 1 जनवरी को हरिद्वार में आयोजित हो रहे भोज में निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद सहित कई दूसरे संतों को खाने में जहर मिलाकर मारना चाहता है…

ये पूछे जाने पर कि वो कैलाशानंद और दूसरे संतों की हत्या क्यों करना चाहता है युवक ने बताया कि उससे नौकरी दिलाने के नाम पर 20 लाख रूपये ठग लिए गए… न नौकरी मिली और न ही पैसे वापस मिले… इससे वह काफी नाराज है और इसी का बदला लेने के लिए कैलाशानंद सहित अन्य संतों की हत्या करना चाहता है इसके लिए उसने कैलाशानंद महाराज के आश्रम की रेकी भी की और वहां 4 घंटे रुका भी… इस दौरान उसने वहां अपना नाम और पता गलत दर्ज कराया था…

घटना के बाद प्रयागराज पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है… पुलिस और एसटीएफ की टीमें आरोपी से पूछताछ कर रही हैं… साथ ही हरिद्वार के पुलिस अफसरों और स्वामी कैलाशानंद को आरोपी के पकड़े जाने की जानकारी दे दी गई है… प्रयागराज के करछना एसीपी अजीत सिंह चौहान ने बताया कि पकड़ा गया युवक शुरुआती पूछताछ में ठग लग रहा है… इस तरह की सनसनी फैलाकर वह साध्वी त्रिकाल भवंता से कुछ पैसे ऐंठना चाहता था… हालांकि आरोपी और उसके दावे की हर एंगल से जांच की जा रही है…