पांव मारते ही भरभरा गर गिर गई दीवार की प्लास्टर, भड़क गई एडीएम

पांव मारते ही भरभरा गर गिर गई दीवार की प्लास्टर, भड़क गई एडीएम

योगी यूपी को बदलने के लिए क्या-क्या नहीं कर रह रहे हैं… नंगे पांव सर्दी में रात-रात भर रैन बसेरों का जायजा ले रहे हैं… गुंडे और माफिया को प्रदेश छोड़ने की चेतावनी दे चुके हैं… बहन-बेटियों पर बुरी नजर रखने वालों का हिसाब करने की पुलिस को खुली छूट दे रखे हैं… इसके वावजूद कुछ लोग हैं जो उनके किए कराए को मटियामेट करने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं…

ऐसा ही एक मामला हरदोई से आया है जहां योगी के आदेश पर करोड़ों की लागत से गरीबों के लिए छत का इंतजाम किया जा रहा है ताकि योगी सरकार में कोई बिना घर का न रहे सबके पास अपना घर न हो… ये बात भी भी किसी को चुभ रही है तभी तो योगी करोड़ो का मकान बनवा रहे हैं और ये उस पैसे को डकारने में लगे हैं…
गौरलतब है कि 30 दिसंबर को हरदोई जिले में 10 करोड़ की लागत से बन रहे 252 घरों का भौतिक सत्यापन करने के लिए एडीएम वंदना त्रिवेदी पहुंची… इसी दौरान उनके जूते से दीवारों के प्लास्टर गिरने का वीडियो वायरल हुआ… ये योगी सरकार में बन रहे घरों का प्लास्टर नहीं गिरा… वीडियो वायरल होती ही योगी सरकार की साख गिरने लगी… वंदना त्रिवेदी तो बस घरों के प्लास्टर को अपने जुते से छूकर देख रही थी लेकिन दीवार पर जुता लगते ही अधिकारियों की मिलीभगत की परत गिर गई…

बता दें कि दस करोड़ रुपए की लागत से 252 आवास 10 साल पहले बनने शुरू हुए थे… ये सरकारी आवास किसी गरीब के सपनों का घर है जो पूरी जिंदगी एक छत के लिए तरसता रहता है और ये जिम्मेदार अधिकारी यहां भी अपनी जेब गर्म करने का मौका नहीं छोड़ते… तभी तो करोड़ों की लागत से बने घर जुते की नोक से भरभरा कर गिर गए..

IHSDP योजना के अंतर्गत बन रहे इन घरों के हालात देखकर यूपी के उन अधिकारियों की पोल पट्टी खुलती नजर आती है जिनके भरोसे योगी यूपी को नबंर वन बनाना चाहते हैं… घटना के बाद एडीएम ने घर बनाने वाली संस्था को जमकर लताड़ लगाई…

ये आवास जरूरतमंदों को दिए जाने वाले थे… इन आवासों की परियोजना पर मई 2011 से ही काम शुरू हुआ था और मई 2013 तक काम पूरा होना था… लेकिन परियोजना शुरू होने के 11 साल बीतने के बाद पूरी नहीं हो सकी और जरूरतमंदों को आवास दिए जाने से पहले ही बने हुए आवास कबाड़ में बदल गए… परियोजना का निर्माण CNDS ने कराया गया है… लेकिन पिछले 2 सालों से योजना का काम बंद होने के कारण आवासों के दीवारों का प्लास्टर टूट कर नीचे गिरने लगा है… आवास में लगाई गई सरिया अभी से जंग खाने लगी है… खिड़की और दरवाजे के फ्रेम खराब हो गए हैं…

ADM वंदना त्रिवेदी ने बताया कि पूरे मामले में जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी को दे दी गयी है… जिसके परीक्षण के बाद पूरे मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी…