20 साल बाद एक ही कमरे में होंगे देश के दो सबसे बड़े माफिया

20 साल बाद एक ही कमरे में होंगे देश के दो सबसे बड़े माफिया

कौन है वो दो सबसे बड़ा माफिया जिसकी गिनती देश के सबसे बड़े डॉन में होती है… एक जमाने में जिससे पुलिस भी डरती थी… इलाके भर के लोग खौफ के साये में जीते थे… लोग इनकी परछाई से भी डरते थे… उसे आज योगी के एक फैसले ने एक ही कमरे में आने को मजबूर कर दिया है… 15 जुलाई 2001 को हुई एक घटना ने इन दोनों को एक दूसरे के खून का प्यासा बना दिया… तभी से इनमें वर्चस्व की जंग शुरु हो गई… जिसमें दर्जनों लोगों की जान गई… इस घटना के 20 साल बाद दोनों दुश्मनों को एक ही कमरे में आने की नौबत आ गई है कौन हैं ये दोनों दुश्मन और कहां होगी एक कमरे में मुलाकात और क्यों आई ?

कहानी की शुरुआत 15 जुलाई 2001 को होती है… गाजीपुर का चर्चित माफिया डॉन मुख्तार अंसारी अपने घर मोहम्मदाबाद से मऊ जा रहा था… अचानक मुख्तार के काफिले पर गोलियों की बरसात होने लगी… अंधाधुंध हुई इस फायरिंग में किसी तरह मुख्तार की जान बच गई… लेकिन मुख्तार के गनर और एक साथी की मौत हो गई… मुख्तार इस हमले से बौखला गया और हमले का मुख्य आरोपी माफिया ब्रजेश सिंह को बनाया… वही ब्रजेश सिंह जो पहले भी उसे पूर्वांचल में चुनौती दे रहा था… लेकिन ये पहली बार था जब खुलेआम मुख्तार पर गोलियों की बरसात कर उसने मुख्तार से सीधी जंग छेड़ दी… इतिहास के पन्नों में ये घटना बहुचर्चित उसरी चट्टी कांड से दर्ज हुई… जिसके बाद मुख्तार और ब्रजेश सिंह की अदावत खुल कर सामने आ गई और दोनों एक दूसरे के जान के दुश्मन बन गए…

अब इसी केस में गाजीपुर की स्पेशल कोर्ट ने माफिया मुख्तार को गवाही के लिए 3 जनवरी को तलब किया है… माफिया मुख्तार की गवाही के दौरान कोर्ट ने माफिया बृजेश सिंह को भी कोर्ट में पेश होने का निर्देश दिया है… कोर्ट के आदेश के बाद 20 सालों के बाद ये पहली बार होगा जब ये दोनों माफिया एक दूसरे के सामने एक ही रुम में होंगे…

गौरतलब है कि पांच बार के पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी इस समय बांदा जेल में बंद हैं… ईडी ने पिछले साल मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मुख्तार अंसारी से पूछताछ की थी… मुख्तार अंसारी जमीन हथियाने, हत्या और वसूली समेत अन्य आरोपों पर उनके खिलाफ दर्ज कम से कम 49 आपराधिक मामलों के संबंध में ईडी की जांच के घेरे में हैं… हत्या के प्रयास और हत्या समेत कई मामलों में उत्तर प्रदेश में मुकदमों का सामना कर रहे हैं…

वहीं बृजेश सिंह पिछले 6 महीने से अपने घर पर ही है… लगभग 13 साल बाद अगस्त 2022 में जेल से उसकी रिहाई हो गई थी… और वह आम इंसान की तरह अपनी जिंदगी जी रहा है… अब इस पेशी के दौरान क्या होता है ये तो देखने वाली बात होगी फिलहाल सबकी निगाहें 3 जनवरी को होने वाली इस पेशी पर टिक गई है…