क्या देश के कुछ राज्यों में हिन्दुओं को भी मिलेगा अल्पसंख्यक का दर्जा?

क्या देश के कुछ राज्यों में हिन्दुओं को भी मिलेगा अल्पसंख्यक का दर्जा?

शुक्रवार को तृणमूल कांग्रेस की सदस्य शांता छेत्री ने राज्यसभा में मेघालय के हिन्दुओं को अल्पसंख्यक समाज का दर्जा दिए जाने की मांग रखी।

राज्यसभा में शून्यकाल के दौरान उठाई गई अपनी इस मांग के समर्थन में उन्होंने केंद्र सरकार की ओर से उच्चतम न्यायालय में दाखिल उस हलफनामे का हवाला दिया, जिसमें केंद्र सरकार द्वारा कहा गया है कि हिंदुओं को राज्य आबादी के आधार पर अल्पसंख्यक का दर्जा भी दे सकते हैं।

छेत्री ने कहा कि उच्चतम न्यायालय में केंद्र सरकार ने कहा है कि अगर किसी राज्य में हिन्दू बहुसंख्यक नहीं है तो वहां की राज्य सरकार हिन्दुओं को अल्पसंख्यक घोषित कर सकती हैं।

उन्होंने कहा कि हिन्दू अगर किसी राज्य विशेष में अल्पसंख्यक है तो वह संविधान में मिले अल्पसंख्यकों के अधिकारों के तहत अपनी पसंद के शिक्षण संस्थान वहां पर खोल सकते हैं।

उन्होंने कहा कि, ”मैं गृह मंत्री अमित शाह से आग्रह करती हूं कि मेघालय सरकार को संविधान के अनुच्छेद 29 और 30 के तहत एक अधिसूचना के जरिए हिन्दुओं को अल्पसंख्यक दर्जा देने के लिए निर्देशित करें।”