उमाकांत त्रिपाठी।बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के चौथे दिन स्पीकर प्रेम कुमार ने राज्यपाल के अभिभाषण पर सदन में चर्चा की अनुमति दी. सदन के नेता सीएम नीतीश कुमार ने सबसे पहले बोलने के लिए सीट से उठे और विस्तार से बिहार सरकार के कार्यों के बारे में बताया. सीएम नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार की ओर से मिलने वाली मदद को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की.
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार के विकास में केंद्र सरकार ने भी कितना बड़ा सहयोग किया है. जुलाई 2024 के बजट में बिहार को विशेष आर्थिक सहायता के रूप में सड़क, उद्योग, स्वास्थ्य, पर्यटन, बाढ़ नियंत्रण के लिए बड़ी राशि देने की घोषणा की गई. फिर फरवरी 2025 के बजट में बिहार में मखाना बोर्ड, एयरपोर्ट की स्थापना, पश्चिमी कोशी नहर के लिए वित्तीय सहायता आदि की घोषणा की गई है. वर्ष 2018 में देश के कुछ राज्यों में खेलो इंडिया का आयोजन हुआ था.
अब इस वर्ष खेलो इंडिया यूथ गेम का आयोजन बिहार में हुआ है. इन सबके लिए हम प्रधानमंत्री मोदी का नमन करते हैं. इतना कहने के बाद सीएम नीतीश ने विपक्ष की तरफ इशारा करते हुए कहा- ‘सब करिए ना नमन. एक बार हाथ उठाकर कीजिए. सब काम किए, सबकुछ कर रहे हैं.’ जब विपक्ष के लोगों ने हाथ नहीं उठाया तो सीएम ने हंसते हुए कहा- ‘आप लोग काहे नहीं करते हैं. आप लोग भी करिए. सबके लिए काम कर रहे हैं, सब तरह से. कितना बढ़ा है जी.’
सीएम के इतना कहते ही आरजेडी की तरफ से भाई वीरेंद्र ने आपत्ति जताई, जिसके बाद स्पीकर प्रेम कुमार ने उन्हें बैठे-बैठे नहीं बोलने को कहा.कि- भाई वीरेंद्र के टोकाटाकी पर सीएम नीतीश ने कहा- ‘अरे सुना ना भाई, पहले तो आप लोग हमरा बतवा सुनते ही थे. अब काहे ला कर रहे हो. दो बार आपको साथ रखे हुए थे, सब बात सुनते थे. आप लोग 2-2 बार साथ थे। अब आपके साथ कभी नहीं जायेंगे.इससे पहले सीएम नीतीश ने कहा कि केंद्र सरकार का पूरा सहयोग मिल रहा है. आने वाले 5 सालों में बहुत काम किया जाएगा. तेजी से औद्योगिक विकास किए जाएंगे. गांव के साथ-साथ शहरों में तेजी से विकास किया जाएगा. सब के लिए फायदा है।
उन्होंने कहा कि- पहले रोजाना अस्पतालों में केवल 1 या 2 मरीज आते थे। 27 जिलो में नए मेडिकल कॉलेज बनाए जा रहे हैं जल्द ही पूरा किया जाएगा। PMCH को 5 हजार 400 बेड का अस्पताल बनाया जा रहा है। IGIMS में 3000 बेड बनाया जा रहा है। पूरे बिहार से कहीं से भी पटना पहुंचने का 6 घंटे का लक्ष्य पूरा कर लिया गया है। फिलहाल 5 घंटे में कहीं से भी पटना पहुंचने का लक्ष्य पूरा हो गया है।















