उत्तराखंड में काफी रस्साकसी के बाद आखिरकार पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड के 11वें मुख्यमंत्री बन गए हैं। देर शाम रविवार को राजभवन में आयोजित समारोह में उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। यह पिछले 5 सालों में उत्तराखंड को तीसरा सीएम मिला है। इससे पहले त्रिवेंद्र सिंह रावत और तीरथ सिंह रावत सीएम रह चुके हैं। धामी राज्य के सबसे कम उम्र के सीएम बन गए हैं।
धामी के साथ 11 मंत्रियों ने भी शपथ ग्रहण किया। इनमें सतपाल महाराज, डॉ हरक सिंह रावत, यशपाल आर्य, डॉ धन सिंह रावत, बिशन सिंह चुफल, गणेश जोशी, अरविंद पांडे, सुबोध उनियाल, रेखा आर्या, यतेश्वरानंद और बंशीधर भगत का नाम शामिल है। ये सारे मंत्री तीरथ सिंह रावत सरकार में भी शामिल थे। सबसे खास बात यह रही कि इस बार कोई राज्य मंत्री नहीं बना। सभी को कैबिनेट मंत्री पद की ही शपथ दिलाई गई है।
बताया जा रहा है कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से नजदीकी धामी के मुख्यमंत्री बनने में काफी काम आई। 90 के दशक में उन्होंने लखनऊ में एबीवीपी के राष्ट्रीय सम्मेलन के संयोजन की जिम्मेदारी निभाई थी और इससे राजनाथ सिंह उनसे बहुत प्रभावित हुए थे। तब से लगातार धामी राजनाथ के संपर्क में बने रहे। धामी महाराष्ट्र के राज्यपाल और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी के भी करीबी हैं। माना जाता है कि कोश्यारी उन्हें उंगली पकड़कर राजनीति में लाए थे।
पुष्कर सिंह धामी 2012 में पहली बार खटीमा सीट से विधायक बने। उन्होंने तब कांग्रेस के देवेंद्र चंद को करीब 5 हजार वोटों से अंतर से हराया था। 2017 के उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में धामी ने खटीमा से लगातार दूसरी बार जीत दर्ज की। इस बार उन्होंने कांग्रेस के भुवन चंद्र कापड़ी को 3 हजार से कम अंतर से हराया। अब वह उत्तराखंड के 11वें मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं।