ममता ने लगाया भ्रष्टाचार का आरोप तो भड़क गए राज्यपाल

ममता ने लगाया भ्रष्टाचार का आरोप तो भड़क गए राज्यपाल
जगदीप धनखड़, राज्यपाल, पश्चिम बंगाल

पश्चिम बंगाल में विधान सभा चुनाव हुए महीने हो गए हैं। फिर भी सीएम और राज्यपाल के बीच कड़वाहट जारी है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रेस वार्ता करके बीजेपी और राज्यपाल जगदीप धनखड़ पर आरोपों की झड़ी लगा दी तो वहीं गवर्नर ने भी अपना पक्ष रखकर मुख्यमंत्री को नसीहत दे डाली. 

राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा, कि ‘राज्यपाल होने के नाते मेरा काम है कि मेरे मन में जो शंका है. उसे मैं सरकार के संज्ञान में लाकर दूर करवाऊं.’ गवर्नर ने कहा कि बंगाल में नूराकुश्ती चल रही है. उत्तर बंगाल में स्थिति ज्यादा गंभीर है. लोगों के लोकतांत्रिक अधिकारों का लगातार हनन हो रहा है. 

अपने खिलाफ हवाला मामले में चार्जशीट के आरोपों पर भी गवर्नर ने अपना पक्ष स्पष्ट किया. राज्यपाल ने कहा, ‘आपके राज्यपाल को चार्जशीट नहीं किया गया है. ऐसा कोई डॉक्यूमेंट नहीं है. यह गलत सूचना है. मैंने हवाला चार्जशीट में किसी कोर्ट से स्टे नहीं लिया है क्योंकि यह था ही नहीं. मैं केवल भारतीय संविधान के आगे झुकूंगा. मैंने हमेशा संयम रखा है. मैंने कभी अपनी सीमाओं को नहीं लांघा है.’

गवर्नर ने कहा, ‘इमरजेंसी के हालत कर दिए गए लेकिन आप लोगों ने एक शब्द नहीं कहा. मैं समझ सकता हूं कि उनकी परेशानी क्या है? मैं उसको सार्वजनिक नहीं कर सकता. मैं उन्हें छोटी बहन मानता हूं, जो उन्होंने बोला वह सत्य से परे है. हमारी संस्कृति में छोटी बहन के खिलाफ एक्शन नहीं लिया जाता. मैं भी उस रास्ते पर नहीं जाऊंगा. 

राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा, ‘आप लोगो ने कभी सोचा है कि इस राज्यपाल पर कितने प्रहार किये गए हैं. क्या कुछ नहीं कहा गया राज्यपाल के बारे में. क्या हर संवैधानिक संस्था की बर्बादी की शुरुआत बंगाल से होगी? भारत के संविधान निर्माताओं ने इस तरह से शासन की कभी कल्पना नहीं की थी. सरकार को इतना बड़ा मैंडेट मिला है. उसे अपना ध्यान जन कल्याण में लगाना चाहिए.’

बताते चलें कि इससे पहले सीएम ममता बनर्जी ने प्रेस वार्ता करके राज्यपाल जगदीप धनखड़ पर भ्रष्टाचार समेत कई आरोप लगाए थे. सीएम ममता ने आरोप लगाया था कि राज्य के उत्तरी हिस्से को विभाजित करने का षड्यंत्र रचा जा रहा है.