उमाकांत त्रिपाठी। इंदौर लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम ने तीसरे चरण की वोटिंग से पहले न सिर्फ अपना नामांकन वापस लिया, बल्कि बीजेपी में भी एंट्री ले ली। इस पूरे सियासी घटनाक्रम की पटकथा मोहन सरकार में मंत्री और कद्दावर बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने पहले ही लिख दी थी।
ऐसे हुई थी पूरी प्लानिंग
मध्य प्रदेश सरकार के सीनियर मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने इस पूरे सियासी घटनाक्रम की प्लानिंग की। सूत्रों का दावा है कि पहले उन्होंने इस पूरे सियासी घटनाक्रम के लिए पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को भरोसे में लिया और उसके बाद इंदौर के एक होटल में इसकी प्लानिंग की गई। अक्षय कांति बम को इस बात का डर था कि ऐसा करने से कांग्रेस कार्यकर्ता हंगामा कर देंगे। जिसके बाद इस प्लान में कैलाश विजयवर्गीय के करीबी रमेश मेंदोला को शामिल किया गया। रमेश मेंदोला के साथ की अक्षय कांति बम नाम वापसी के लिए जिला निर्वाचन कार्यालय पहुंचे थे।
कैलाश विजयवर्गीय ने ऐसे संभाला मोर्चा
जिस समय अक्षय कांति बम बीजेपी विधायक रमेश मेंदोला के साथ जिला निर्वाचन आयोग पहुंचकर नाम वापसी कर रहे थे उस समय खुद कैलाश विजयवर्गीय बाहर मोर्चा संभाले हुए थे। जानकारी के अनुसार, इस पूरे प्लान को असली जामा पहनाने के लिए सीएम मोहन यादव के प्लान में भी बदलाव किया गया। सीएम मोहन यादव सोमवार को झारखंड से प्रचार करके भोपाल आने वाले थे लेकिन फिर वह भोपाल के बाद इंदौर गए और भोपाल लौटे।
पहले की हाईकमान से बात
सूरत घटनाक्रम के बाद से ही कैलाश विजयवर्गीय ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी थीं। सियासी गलियारों के मुताबिक हाल ही में एमपी की लोकसभा सीटों पर चल रहे चुनाव प्रचार के दौरान और राजधानी दिल्ली में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय की पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से कई मुलाकातें हुईं। इस दौरान केंद्रीय नेतृत्व ने विजयवर्गीय से मध्यप्रदेश में चल रहे प्रचार अभियान के अलावा मालवा-निमाड़ समेत अन्य सीटों पर वन-टू-वन चर्चा भी की थी। इस दौरान विजयवर्गीय ने सभी सीटों पर भाजपा की जमीनी स्थिति से केंद्रीय नेतृत्व को अवगत करवाया था।
दिल्ली से मिली हरी झंडी और हो गया खेला
इस दौरान इंदौर सीट को लेकर जब चर्चा हुई थी, तो विजयवर्गीय ने भाजपा हाईकमान को इशारा करते हुए कहा था कि इंदौर में आपको जल्द ही को बड़ा सरप्राइज मिलेगा। हाईकमान को विश्वास में लेने के बाद विजयवर्गीय और उनकी टीम इस पूरे घटनाक्रम को अंजाम देने में जुट गई थी। कांग्रेस उम्मीदवार अक्षय कांति बम से चर्चा होने के बाद विजयवर्गीय ने केंद्रीय नेतृत्व को फिर सूचना दी। दिल्ली दरबार से जैसे ही हरी झंडी मिली, इसके बाद अक्षय कांति बम का नामांकन वापस लेने के प्लान को अमलीजामा पहनाया गया।
एमपी में क्लीन स्वीप करेगी बीजेपी
दरअसल, भाजपा इंदौर में भी सूरत की तरह क्लीन स्वीप के प्लान पर काम कर रही है। कांग्रेस के बाद बचे हुए सभी अन्य उम्मीदवारों की भी नाम वापसी हो सकती है। यदि ऐसा हुआ तो सूरत के बाद इंदौर दूसरा शहर होगा, जहां भाजपा निर्विरोध जीत सकती है। बता दें कि कुल 23 उम्मीदवार मैदान में थे। नाम वापसी दोपहर 3 बजे तक चलेगी।