बेगूसराय में गृहमंत्री अमित शाह का विपक्ष पर निशाना, बोले- ‘देश को मजबूर नहीं, मजबूत नेतृत्व चाहिए’

बेगूसराय में गृहमंत्री अमित शाह का विपक्ष पर निशाना, बोले- ‘देश को मजबूर नहीं, मजबूत नेतृत्व चाहिए’

उमाकांत त्रिपाठी।बिहार दौरे के दौरान केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आरोपों की बौछार कर दी। उन्होंने कहा कि ‘इंडिया’ गठबंधन के पास अगले पांच सालों के लिए प्रधानमंत्री पद का कोई एक चेहरा तक नहीं है। देश को मजबूर नहीं, मजबूत नेतृत्व चाहिए। बिहार के झंझारपुर और बेगूसराय संसदीय क्षेत्र में एनडीए उम्मीदवारों रामप्रीत मंडल (मौजूदा जदयू सांसद) और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के पक्ष में अलग-अलग चुनावी सभाओं को संबोधित किया। अमित शाह ने जनता से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तीसरे कार्यकाल के लिए जनादेश दिए जाने की अपील की। उन्होंने कहा कि मधुबनी जिला अंतर्गत फुलपरास विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर का सम्मान कांग्रेस और राजद की सरकारों ने नहीं किया। मगर, देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें ‘भारत रत्न’ से सम्मानित करके बिहार के समस्त पिछड़े समाज को सम्मान प्रदान किया।

शाह ने की बिहार में चुनावी सभा
अमित शाह ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर ने पिछड़े समाज से आते हुए जो लोकप्रियता हासिल की, वो आज भी कई लोगों की ईर्ष्या का कारण बनी हुई है। गरीब घर से आने वाले कर्पूरी ठाकुर जी ने बिहार में गरीब, दलित और पिछड़ों की आवाज बुलंद की थी और गरीब चाय वाले के घर में जन्म लेने वाले मोदी जी भी देश भर के पिछड़ों, गरीबों, दलितों, आदिवासियों और वंचितों का कल्याण करने वाले नेता के रूप में उभरे हैं।उन्होंने मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने की वकालत करते हुए कहा कि इससे बिहार की राजनीति में जातिवाद समाप्त हो जाएगा और योग्यता के आधार पर राजनीति की शुरूआत होगी। बिहार और देश के अंदर से भ्रष्टाचार समाप्त हो जाएगा। अमित शाह ने कहा कि देश के खजाने की पाई-पाई, जिस पर गरीब का अधिकार है, वो गरीब को मिले इसके लिए नरेंद्र मोदी जी का जीतना जरूरी है।

इंडिया गठबंधन पर बरसे शाह
अमित शाह ने कहा कि आप सोचिए कि अगर ये ‘घमंडिया इंडी गठबंधन’ जीतता है तो देश का प्रधानमंत्री कौन होगा, क्योंकि इनके पास तो ऐसा कोई नेता नहीं है। मुझे बताइए क्या लालू प्रसाद को देश का प्रधानमंत्री बना सकते हैं। क्या स्टालिन या ममता बनर्जी इस पद को संभाल सकते हैं। राहुल बाबा के बारे में क्या दूर-दूर तक भी सोच सकते हैं। अगर भगवान ना करें, ‘इंडी’ गठबंधन की सरकार आई तो इन्होंने कहा था कि एक-एक साल हम प्रधानमंत्री पद बांट लेंगे। एक साल शरद पवार, एक साल लालू जी, एक साल ममता जी, एक साल स्टालिन, एक साल अरविंद केजरिवाल और कुछ समय बचेगा तो राहुल बाबा बनेंगे। देश इस तरह से चल सकता है क्या?

शाह बोले
उन्होंने कहा कि जब देश पर कोरोना का संकट आया तो ‘मजबूत नेतृत्व’ ने देश को संभालकर इससे बाहर निकाला। देश पर आतंकवाद का साया था तो देश के मजबूत नेतृत्व, नरेंद्र मोदी जी ने देश को इससे बाहर निकाला। गृह मंत्री ने कहा कि देश और बिहार में नक्सलवाद था तो इसे खत्म करने का काम ‘मजबूत नेतृत्व’ ने किया और प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में ही जी-20 का आयोजन हुआ। पूरी दुनिया में भारत का सम्मान भी ‘मजबूत नेतृत्व’ ने ही बढ़ाया। देश को मजबूर नेतृत्व नहीं चाहिए, देश को मजबूत नेतृत्व चाहिए।
अमित शाह ने चारा घोटाले की दिलाई याद

बेगूसराय में संबोधन में बोले शाह
बेगूसराय में अपने संबोधन में अमित शाह ने कहा, ‘चारा चुराने वाली सरकार जाने के बाद नरेंद्र मोदी जी और नीतीश कुमार की सरकार ने बिहार को आगे बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। बिहार, कम्युनिस्टों की कृपा से नक्सलवाद से पीड़ित था, सैकड़ों युवा मारे गए। मोदी जी ने पूरे बिहार और झारखंड को नक्सलवाद से मुक्त किया। मोदी जी ने यहां (बिहार) से हड़ताल, हत्या, अपराध, आतंकवाद सबका सफाया किया है।

370 को लेकर बोले शाह
उन्होंने कहा कि ‘इंडी’ गठबंधन वाले कहते हैं कि वो सत्ता में वापस आएंगे तो जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 फिर से लागू करेंगे, लेकिन भाजपा का एक भी कार्यकर्ता जब तक जिंदा है, तब तक अनुच्छेद 370 कोई भी वापस नहीं ला सकता। ‘इंडी’ गठबंधन वाले कहते हैं कि वे वापस आएंगे तो तीन तलाक और मुस्लिम पर्सनल कानून लाएंगे, लेकिन ना तो ये वापस आएंगे और ना ही तीन तलाक और मुस्लिम पर्सनल कानून लागू होगा। उन्होंने कहा कि भाजपा पूरे देश के लिए समान नागरिक संहिता (यूसीसी) लाएगी।