शाहबाज शरीफ फिर बने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री, पहली ही स्पीच में खुद को बता बैठे विपक्ष का नेता

शाहबाज शरीफ फिर बने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री, पहली ही स्पीच में खुद को बता बैठे विपक्ष का नेता

उमाकांत त्रिपाठी।पाकिस्तान में शाहबाज शरीफ देश के 24वें प्रधानमंत्री बन गए हैं। उन्हें नेशनल असेंबली में 201 सांसदों का साथ मिला। पाकिस्तानी मीडिया ‘द डॉन’ के मुताबिक, PTI समर्थक उम्मीदवार उमर अयूब के लिए 92 सांसदों ने वोट किया। नेशनल असेंबली के स्पीकर अयाज सादिक ने नतीजों की घोषणा की।

शाहबाज ने किया धन्यवाद
प्रधानमंत्री चुने जाने के बाद शाहबाज शरीफ ने नवाज और सभी सहयोगियों को उन पर भरोसा करने के लिए धन्यवाद कहा। हालांकि 1 घंटे के 24 मिनट के भाषण की शुरुआत में ही शाहबाज की जुबान फिसल गई। उन्होंने खुद को PM की जगह विपक्ष का नेता बता दिया।

भाषण के दौरान शाहबाज ने कहा- इजराइल लगातार गाजा में बमबारी कर रहा है। वहीं कश्मीर में लोगों की हत्या हो रही है। फिलिस्तीनियों और कश्मीरियों पर जुल्म ढाए जा रहे हैं लेकिन अंतरराष्ट्रीय समुदाय चुप्पी साधे हुए है। हम सबको साथ मिलकर कश्मीर और फिलिस्तीन की आजादी के लिए संसद में एक प्रस्ताव पास करना चाहिए।

शाहबाज बोले- नवाज ने देश को बनाया
इससे पहले शाहबाज ने कहा- जब मेरे भाई तीन बार प्रधानमंत्री चुने गए तो देश में जो विकास हुआ, वह अपने आप में एक मिसाल है। यह कहना गलत नहीं है कि नवाज शरीफ ही हैं, जिन्होंने पाकिस्तान को खड़ा किया है। दूसरी तरफ देश जुल्फिकार अली भुट्टो के बलिदानों को भी कभी भूला नहीं जा सकता।शाहबाज शरीफ ने देश में आतंकवाद और उसकी जड़ों को खत्म करने की कसम खाई। उन्होंने कहा- PML-N और सहयोगी पार्टी एक पाकिस्तानी, मुस्लिम और इंसान के तौर पर अपनी भूमिका निभाएंगे। इस संसद में प्रतिभाशाली लोग बैठे हैं जो पाकिस्तान की नैया को पार लगा सकते हैं। इनमें पत्रकार, बुद्धिजीवी, राजनेता और धार्मिक नेता शामिल हैं।

 

शाहबाज बोले- विपक्ष को डाला जेल में
शाहबाज ने कहा- मेरे बड़े भाई नवाज ने कभी भी देश को नुकसान पहुंचाने के बारे में नहीं सोचा है। उन्होंने पुरानी सत्ता (इमरान खान की सत्ता) का जिक्र करते हुए कहा- उन्होंने पूरे विपक्ष को सलाखों के पीछे डाल दिया, उन्हें महिलाओं या बच्चों की परवाह नहीं थी।

PM शरीफ बोले
इस नेतृत्व और उस नेतृत्व में यही अंतर है। पूरी सभा इस बात की गवाह है कि हमने बदले की राजनीति के बारे में कभी नहीं सोचा। हमारी सत्ता में कभी कोई इमारत तबाह नहीं हुई। यह शर्मनाक है कि देश ने वह दिन देखा जब 9 मई को सेना के हेडक्वार्टर और सरकारी इमारतों पर हमला किया गया।

PM शाहबाज के संबोधन की बड़ी बातें…
1.पाकिस्तान ऋण संकट का सामना कर रहा है, यहां नेशनल असेंबली के खर्चों का भुगतान भी पैसे उधार लेकर किया जा रहा है।
हम व्यवस्था में बदलाव लाने और बुनियादी सुधार करने के लिए फैसले लेंगे।

2.मुझे इसमें कोई शक नहीं है कि नवाज शरीफ, आसिफ अली जरदारी और अन्य इस बात से सहमत होंगे कि या तो हम कर्ज से छुटकारा पा सकते हैं या फिर हम शर्म से सिर झुका कर आगे बढ़ सकते हैं।

3.ऐसा नहीं होगा कि हम कर्ज के साथ आगे बढ़ें। हम खर्च उठाएंगे और पाकिस्तान को आत्मनिर्भर बनाएंगे।
हमारी सरकार में रोजगार बढ़ेगा, तरक्की होगी, इसके लिए हम जान लगा देंगे।

4.बिजली और टैक्स चोरी पाकिस्तान के लिए जीवन और मृत्यु का सवाल है।
ईश्वर की इच्छा से हम इस कैंसर को जड़ से खत्म कर देंगे और देश को अपने पैरों पर खड़ा कर देंगे। हम ऐसी टेक्नोलॉजी लाएंगे जिससे टैक्स चोरी से बचा जा सके।

5.हमारी सरकार 5 लाख युवा छात्रों को टेक्नोलॉजी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जुड़ी स्पेशल ट्रेनिंग देगी। ये युवा छात्र नौकरी लेंगे नहीं, बल्कि नौकरी देंगे।
6.9 मई के दंगों के अपराधियों को माफ नहीं किया जाएगा। इसमें शामिल सभी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
7.चीन हमारा सदाबहार दोस्त है। हमें उनके साथ मिलकर CPEC को आगे बढ़ाना है।
8.हमारी सरकार कड़ी मेहनत करेगी और 2030 तक देश को G20 संगठन का सदस्य बनाएगी।