उमाकांत त्रिपाठी। 3 दिसंबर को विधानसभा चुनाव के परिणामों में बीजेपी को प्रचंड जीत मिलने पर प्रदेश के दिग्गजों ने मुख्यमंत्री पद की हसरत को लेकर दिल्ली में डेरा डाल लिया थाय़ जब इसी संदर्भ में सवाल पूछे जाने पर शिवराज सिंह चौहान ने दिल्ली न जाने की बात कही थी। इसी को लेकर पूछे गए सवाल पर आज फिर शिवराज बोले- एक बात मैं विनम्रता के साथ कहता हूं कि अपने लिए कुछ मांगने जाने से पहले मैं मरना बेहतर समझूंगा, इसलिए मैंने कहा था कि मैं दिल्ली नहीं जाऊंगा। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्य के नए मुख्यमंत्री मोहन यादव को बहुत शुभकामनाएं दी हैं। साथ ही उम्मीद जताई है कि मोहन यादव के नेतृत्व में राज्य प्रगति और विकास की नई ऊँचाई छुएगा। शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि आज मेरे मन में संतोष का भाव है।
क्या बोले शिवराज
प्रेस कॉन्फ्रेंस शुरू करने से पहले शिवराज सिंह चौहान ने कहा- मैं सदैव मोहन यादव को सहयोग करता रहूंगा. आज मेरे मन में संतोष का भाव है। 2003 में उमा जी के नेतृत्व में भारी बहुमत से बीजेपी सरकार बनी थी। उसी सरकार का नेतृत्व बाद में मैंने किया था। 2008 में हम फिर सरकार वापस लेकर आए, 2013 में फिर बीजेपी सरकार भारी बहुमत से बनी। 2018 में भी वोट बीजेपी को ज्यादा मिले, लेकिन सीटों के गणित में हम पिछड़ गए थे। लेकिन बाद में फिर हमने सरकार बनाई, आज जब मैं यहां से विदाई ले रहा हूं तो मुझे इस बात संतोष है कि 2023 में फिर भारी बहुमत से बीजेपी सरकार बनी है। ये पूछे जाने पर कि क्या वह छिंदवाड़ा से चुनाव लड़ेंगे, पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरे बारे में कोई फैसला नहीं करता। वहीं, शिवराज सिंह चौहान ने यह भी तय कर लिया है कि वह मध्य प्रदेश में हैं और यहीं रहेंगे, कहीं नहीं जाएंगे।
मैंने अपना काम पूरा किया
उन्होंने कहा कि- मुझे इस बात का भी संतोष है हमें विरासत में पिछड़ा और बीमारू मध्य प्रदेश मिला था। लंबा सफर हमने विकास और प्रगति का तय किया। इन वर्षों में मैंने अपनी क्षमता और सामर्थ्य को झोंक कर प्रदेश के विकास के लिए काम किया। शिवराज सिंह चौहान ने जनता के साथ अपने संबंधों को याद किया। कहा कि मुख्यमंत्री रहते हुए मेरे रिश्ते जनता से प्यार के रिश्ते रहे हैं और जब तक मेरी सांस चलेगी तब तक ये रिश्ता टूटने नहीं दूंगा। शिवराज ने केंद्रीय नेतृत्व, पीएम मोदी का आभार भी प्रकट किया। कहा उन्होंने मुझे काम और जनता की सेवा करने का मौका दिया।