राम नवमी पर शोभायात्रा निकाले जाने के दौरान दो समूहों के बीच हुई झड़प के बाद स्थिति सामान्य

राम नवमी पर शोभायात्रा निकाले जाने के दौरान दो समूहों के बीच हुई झड़प के बाद स्थिति सामान्य

रामनवमी के जुलुस के दौरान बिहार, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल में कुछ जगहों पर स्थिति खराब हो गई… जिसके बाद उन इलाकों में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है… जिसके बाद इन इलाकों में स्थिति फिलहाल सामान्य है लेकिन केंद्र की तरफ से पैरामिलिट्री फोर्स की भी तैनाती की गई है ताकि किसी भी होने वाली अनहोनी से निपटा जा सके।

पश्चिम बंगाल में हुगली जिले के रिषड़ा में रविवार शाम रामनवमी की शोभायात्रा के दौरान दो समूहों में संघर्ष होने के बाद निषेधाज्ञा लागू कर दी गई और इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई. पुलिस ने यह जानकारी दी. पुलिस ने बताया कि रिषड़ा थाना क्षेत्र में रामनवमी के मौके पर दो शोभायात्रा निकाली गईं और दूसरी शोभायात्रा पर जीटी रोड स्थित वेलिंगटन जूट मिल मोड़ के पास शाम करीब सवा छह बजे हमला किया गया. पुलिस ने बताया कि हिंसा में कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गए.

रामनवमी शोभायात्रा में बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष भी शामिल हुए थे. दिलीप घोष के कार्यक्रम से जाने के बाद अचानक दो संप्रदायों में मारपीट की घटना शुरू हो गई. उन्होंने बताया कि रिषड़ा थाना क्षेत्र में जीटी रोड पर यह घटना हुई. भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि महेश में लोग शोभायात्रा के साथ जगन्नाथ मंदिर जा रहे थे, उसी दौरान उन पर पथराव हुआ. हालात को देखते हुए घटनास्थल पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है. इस हफ्ते की शुरुआत में भी बंगाल के हावड़ा में रामनवमी के जुलूस के दौरान दो गुटों के बीच झड़प हो गई थी.

चंदननगर थाने के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि संघर्ष शाम करीब सवा छह बजे शुरू हुआ. आईपीएस अधिकारी ने पीटीआई/भाषा से कहा, ‘शोभायात्रा अपने पारंपरिक मार्ग से जा रही थी, तभी एक समूह ने उन पर पथराव कर दिया. हमने तत्काल स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कदम उठाए.’ उन्होंने कहा कि पुलिस ने तत्काल कार्रवाई की और स्थिति अब नियंत्रण में है. एक अधिकारी ने बताया कि फिर से संघर्ष भड़कने से रोकने के लिए फिलहाल इलाके में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं.

इस तरह की घटना दोबारा होने के लिए भाजपा के दिलीप घोष ने राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. घोष ने कहा कि भाजपा के पुरसुराह से विधायक बिमान घोष पथराव में घायल हो गए हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उन्होंने दावा किया, ‘शोभायात्रा में कई महिलाएं और बच्चे भगवा झंडे लेकर चल रहे थे. अचानक, सड़क के एक ओर से उन पर पथराव किया गया. पथराव में कई पुलिसकर्मी भी घायल हो गए. मुझे और कुछ अन्य नेताओं को बचा कर वहां से निकाल लिया गया.’

उन्होंने आरोप लगाया, ‘कुछ देर तक मूक दर्शक बने रहने के बाद पुलिस ने अंतत: उन उपद्रवियों को खदेड़ दिया.’ सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने सवाल किया है कि रामनवमी के दो दिन बाद शोभायात्रा निकालने की जरूरत क्या थी. तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता जॉयप्रकाश मजूमदार ने पीटीआई/भाषा से कहा, ‘वे लोग रमजान के पाक महीने में रामनवमी की शोभायात्रा निकालने पर क्यों अड़े हुए हैं? रामनवमी की शोभायात्रा दो दिन बाद क्यों निकाली गई? भाजपा राजनीतिक लाभ के लिए बंगाल में दंगे कराना चाहती है.’

उन्होंने कहा कि कुछ संवेदनशील इलाकों में धार्मिक शोभायात्रा निकालकर भाजपा दिक्कतें पैदा करना चाहती है. उन्होंने कहा कि वह ऐसे हालात पैदा कर रही है जिनमें राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की जा सके. मजूमदार ने दावा किया कि शोभायात्रा में शामिल लोग हथियार लिए हुए थे, जिससे लोगों में डर फैल गया. तृणमूल नेता कुणाल घोष ने घटना के लिए भाजपा पर आरोप लगाया. उन्होंने कहा, ‘इस पूरी घटना को सुनियोजित तरीके से बीजेपी ने कराया है.’

यह घटना ऐसे समय में सामने आई है, जबकि हावड़ा जिले के शिबपुर और काजीपाड़ा इलाके में राम नवमी पर शोभायात्रा निकाले जाने के दौरान दो समूहों के बीच हुई झड़प के बाद स्थिति सामान्य हो रही है. भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी ने कहा, ‘स्थिति सामान्य है और पिछले 24 घंटे में कानून एवं व्यवस्था मे खलल डालने वाली कोई घटना नहीं हुई. हालांकि, हम निषेधाज्ञा आदेश जारी रखेंगे और इंटरनेट सेवाओं पर निलंबन हटाने का फैसला बाद में लिया जाएगा. कुछ वक्त तक पुलिस बल तैनात रहेगा. हम कोई कोताही नहीं बरतेंगे.’

दरअसल, बीते 30 मार्च को राम नवमी के दिन शाम को दो समूहों के बीच उस समय झड़प शुरू हो गई थी, जब शोभायात्रा हावड़ा में काजीपाड़ा से गुजर रही थी. हिंसा के दौरान कई दुकानों में लूटपाट की गई थी, जबकि कुछ पुलिस वाहनों समेत कई कारों को आग के हवाले कर दिया गया था.