उमाकांत त्रिपाठी।जिले के जुन्नारदेव क्षेत्र की अंबाड़ा चौकी के अंतर्गत हुई एक सुसाइड ने ऐसा मोड़ लिया कि हर कोई सन्न रह गया। जिस सहेली के कंधे पर रोकर लता मंडावर अपना दर्द हल्का किया करती थी, वही उसकी मौत की वजह बन गई! पुलिस की गहन जांच ने इस मामले के पीछे छिपे एक प्यार, जुनून और साजिश की ऐसी परतें खोलीं, जिसने सबको हैरान कर दिया।
आत्महत्या नहीं जुनूनी प्यार में रची साजिश
यह मामला 19 अक्टूबर 2025 की शाम का है। जब परासिया इलाके में लता मंडावर की संदिग्ध मौत की खबर आई थी। शुरुआत में मामला सामान्य आत्महत्या प्रतीत हो रहा था। हालांकि जब पुलिस ने जांच की दिशा बदली और कॉल डिटेल, मोबाइल चैट्स और गवाहों के बयान खंगालना शुरू किया। तब खुलासा हुआ कि यह आत्महत्या नहीं, बल्कि जुनूनी प्रेम की आग में रची गई हत्या की साजिश थी।
दोस्ती नहीं, था गहरा रिश्ता
जांच के दौरान पुलिस को यह पता चला कि मृतका लता मंडावर और उसकी सहेली मयूरी श्रीवास्तव के बीच केवल दोस्ती का नहीं, बल्कि एक गहरा प्रेम संबंध था। लता विवाहित थी और दो बच्चों की मां थी, जबकि मयूरी बार-बार उस पर पति और परिवार छोड़कर उसके साथ रहने का दबाव डालती थी।
साथ रहने के इनकार पर दी धमकी
लता ने समाज और परिवार की इज्जत के डर से ऐसा करने से साफ इंकार कर दिया। इसके बाद मयूरी का प्यार जुनून में बदल गया। वह लता पर बार-बार दबाव डालती रही- ‘या तो मेरे साथ रहो, या हम दोनों मर जाते हैं।’
आखिरी मुलाकात बनी मौत की वजह
अंबाड़ा चौकी प्रभारी संजय सोनवानी के अनुसार, 19 अक्टूबर को मयूरी ने लता को परासिया में मिलने के लिए बुलाया। दोनों के बीच उस दिन लंबी बातचीत हुई, जो बाद में झगड़े में बदल गई। इसी दौरान मयूरी ने अपने पास रखा जहरीला पदार्थ लता को दे दिया, जिसे लता ने पी लिया। कुछ ही देर में उसकी मौत हो गई। घटना के बाद मयूरी ने खुद को निर्दोष बताने के लिए कहानी आत्महत्या की बताई, लेकिन पुलिस को कुछ बातें संदिग्ध लगीं।
मोबाइल चैट्स और कॉल डिटेल ने खोला राज
जुन्नारदेव थाना और अंबाड़ा चौकी की संयुक्त जांच में जब दोनों के मोबाइल डेटा की पड़ताल की गई, तो कई चौंकाने वाले मैसेज सामने आए। चैट्स में मयूरी का लता को लगातार यह कहना दर्ज था ‘तुम मेरे बिना नहीं रह सकती, अगर नहीं आओगी तो मैं सब खत्म कर दूंगी।’ इन्हीं संदेशों ने पुलिस को यह विश्वास दिलाया कि यह आत्महत्या नहीं बल्कि मनोवैज्ञानिक दबाव और योजनाबद्ध साजिश का मामला है।
आरोपी सहेली हुई गिरफ्तार
सबूतों के आधार पर अंबाड़ा पुलिस ने मयूरी श्रीवास्तव को हिरासत में लिया। पूछताछ के दौरान उसने अपना अपराध स्वीकार नहीं किया, परंतु तकनीकी साक्ष्य इतने मजबूत थे कि पुलिस ने उसके खिलाफ अपराध बीएनएस की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया। आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने आरोपी को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
पुलिस की जांच ने खोली परत दर परत कहानी
इस सनसनीखेज मामले की जांच छिंदवाड़ा एसपी और थाना प्रभारी जुन्नारदेव के मार्गदर्शन में की गई। अधिकारियों का कहना है कि- इस केस ने यह साफ कर दिया है कि भावनात्मक संबंध जब अतिरेक में पहुंच जाते हैं, तो वे अपराध में बदल जाते हैं।















