विशेष अभियान 2.0: अभियान में वर्षा जल संचयन, कम्पोस्ट पिट, झीलों, तालाबों की सफाई और कचरे का पर्यावरण-निपटान शामिल रहा।
विशेष अभियान 2.0 के हिस्से के रूप में, खान मंत्रालय ने अपने सभी क्षेत्रीय कार्यालयों के साथ मिलकर नवंबर, 2022 से अगस्त, 2023 तक विभिन्न गतिविधियां आयोजित कीं। खान मंत्रालय के सचिव ने इस अभियान की शुरुआत 02 अक्टूबर, 2022 को नयी दिल्ली में की थी जिसमें मंत्रालय के अधीन आने वाले सभी संगठन वीडियो कॉफ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए थे। मंत्रालय ने देशभर में 84 साइट कार्यालयों की पहचान कर इनमें 116 स्वच्छता अभियान आयोजित किए।
मंत्रालय ने निर्धारित लक्ष्य ‘पर्यावरण को वापस देना’ (गिविंग बैक टू इनवायरमैंट) अभियान के तहत वर्षा जल संचयन, कम्पोस्ट पिट, झीलों/ तालाबों की सफाई और कचरे का पर्यावरण-निपटान शामिल था। खान मंत्रालय के कार्यालयों की इमारतों में वर्षा जल संचयन संरचनायें स्थापित की गईं। वर्मी कम्पोस्ट पिट परियोजनाओं के लिए स्थलों की पहचान की गई।
अभियान के तहत किये गये कार्यों की समीक्षा करते हुए केन्द्रीय खान मंत्री प्रल्हाद जोशी ने विभागीय कैंटीन में अपशिष्ट को अलग-अलग करने का सुझाव दिया था जिसको खान मंत्रालय द्वारा क्रियान्वित किया गया है। शिक्षा मंत्रालय, नोडल मंत्रालय को भी शास्त्री भवन में स्थित विभागीय कैंटीन में अपशिष्ट पृथक्करण करके जैव अपशिष्ट के लिए कम्पोस्ट पिट तैयार करने के लिए दिशानिर्देश जारी करने का अनुरोध किया गया।
जीएसआईटीआई, हैदराबाद ने भी सर्वोत्तम कार्यप्रणाली के रूप में अपने छात्रावास कैंटीन में अपशिष्ट पृथक्करण शुरू किया और खाद बनाने के लिए जैव अपशिष्ट का उपयोग किया। जीएसआईटीआई, हैदराबाद में कम्पोस्ट पिट बनाया गया है। इसके अलावा खाली पड़ी भूमि पर प्रशिक्षुओं/कर्मचारियों/जनता के लिए ओपन एयर जिम बनाया गया।
खान मंत्रालय ने अपने विशेष अभियान 2.0 के एक भाग के रूप में, नवंबर, 2022 से अगस्त, 2023 तक लगभग 2,743 फाइलों की छंटनी की, कुल 34,549 वर्ग फुट जगह खाली हुई और स्क्रैप निपटान से कुल 172,130,148 रुपये का राजस्व जुटाया गया।
बेहतर कामकाजी माहौल बनाने के लिए कार्यालय का आधुनिकीकरण किया गया। खान मंत्रालय के गलियारों को चित्रों से सजाया गया और स्थान को सुंदर एवं आकर्षक बनाने के लिए पौधों से सजाया गया था। इसका उपयोग ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ और ‘हर घर तिरंगा’ अभियान के उद्घाटन कार्यक्रमों के लिए किया गया था। निदेशक स्तर के अधिकारियों को कार्यालय स्थल का निरीक्षण करने और रिपोर्ट प्रस्तुत करने की जिम्मेदारी सौंपी गयी। खान मंत्रालय के सभी संगठनों, सार्वजनिक उपक्रमों में समान कार्यक्रमों का पालन किया जा रहा था। इस पहल के परिणामस्वरूप परिसर में स्वच्छता बनाये रखी गयी और विशेष अभियान 2.0 के तहत सतत पहल की गई।