केंद्र सरकार से रेलवे में रोजगार को लेकर लगातार विभिन्न मंचों से प्रश्न पूछा जाता रहा है। शुक्रवार को राज्यसभा में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पिछले आठ सालों में रेलवे क्षेत्र में सरकार के द्वारा दिये रोजगार के आंकड़ो को बताया है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल में साढ़े तीन लाख रोजगार दिए हैं। वहीं 1.4 लाख लोगों को रोजगार देने की प्रक्रिया जारी है।
प्रश्नकाल के दौरान पूरक प्रश्नों के उत्तर में, मंत्री ने कहा कि देश में लोगों को रोजगार प्रदान करने में भारतीय रेलवे का प्रमुख योगदान रहा है और इस वर्ष अकेले 18,000 नौकरियां प्रदान की गई हैं। मंत्री ने कहा, “2014 से 2022 के बीच, भारतीय रेलवे ने 3,50,204 लोगों को रोजगार प्रदान किया है।” उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 10 लाख नौकरियां देने की घोषणा के हिस्से के रूप में रेलवे का भी बड़ा योगदान है और यह इसके तहत एक लाख और 40,000 नौकरियां प्रदान करेगा।
उन्होंने कहा कि अकेले इस वर्ष में अब तक 18,000 रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए गए हैं। मंत्री वैष्णव ने कहा, ”1.40 लाख रोजगार के अवसरों की भर्ती की प्रक्रिया जारी है और बहुत जल्द उन्हें जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा।” उन्होंने आगे कहा कि ऐसे लोग हैं जो 10,000 या 20,000 की घोषणा करते हैं और उसके बारे में बड़ी घोषणाएं करते हैं, लेकिन यहां हमने बहुत सारी वास्तविक नियुक्तियां दी हैं।” अपने लिखित जवाब में मंत्री ने कहा कि भारतीय रेलवे एक बड़ा संगठन है।
बता दें, मोदी सरकार के पिछले 8 सालों के कार्यकाल में सबसे अधिक विरोध रोजगार को लेकर ही किया जा रहा है। वहीं रेलवे सरकारी रोजगार मुहैया करवाने का एक बड़ा क्षेत्र है। इसलिए सरकार को कई बार युवाओं का विरोध का भी सामना करना पड़ता है। वहीं विपक्ष के द्वारा समय समय पर रेलवे का निजीकरण करने का भी आरोप मोदी सरकार पर लगाया जाता रहा है। हालांकि, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के द्वारा रोजगार पर दिया गया यह बयान अहम माना जा रहा है।