टीपू सुल्तान पर एकबार फिर बयानबाजी तेज़, भाजपा ने कहा- टीपू सुलतान बर्बर था

टीपू सुल्तान पर एकबार फिर बयानबाजी तेज़, भाजपा ने कहा- टीपू सुलतान बर्बर था
टीपू सुल्तान

देश में एकबार फिर टीपू सुल्तान के नाम पर राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई है। भारतीय रेलवे ने टीपू एक्सप्रेस का नाम बदलकर वोडेयार एक्सप्रेस कर दिया है। रेलवे के इस फैसले के बाद एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भाजपा पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि टीपू सुल्तान ने भाजपा को नाराज कर दिया क्योंकि उन्होंने उनके ब्रिटिश आकाओं के खिलाफ 3 युद्ध छेड़े थे। वहीं, भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने असद्दुदीन ओवैसी पर पलटवार भी किया है।

ओवैसी ने भाजपा पर साधा निशाना

एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट करके भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, “भाजपा ने टीपू एक्सप्रेस का नाम वोडेयार एक्सप्रेस कर दिया। टीपू सुल्तान ने भाजपा को नाराज कर दिया क्योंकि उन्होंने उनके ब्रिटिश आकाओं के खिलाफ 3 युद्ध छेड़े थे। किसी और ट्रेन का नाम वोडेयार किया जा सकता था। भाजपा कभी टीपू की विरासत को मिटा नहीं पाएगी।” उन्होंने अपने अगले ट्वीट में लिखा, “जब संविधान बनाने वालों ने संविधान की पहली किताब में टीपू सुल्तान की फोटो डाली तो भाजपा को उनसे नफरत क्यों है? जब तक टीपू जिंदा था, उसने अंग्रेजों से 3 जंग लड़ी और उनसे लड़ते-लड़ते अपनी जान गंवा दी।” साथ ही ओवैसी ने कहा, “जब तक टीपू जिंदा था अंग्रेज उससे डरते थे और आज भाजपा टीपू से डरती है। अगर आपको ट्रेन निकालना था तो उस नाम पर दूसरी ट्रेन निकालते। मगर अंग्रेजों की गुलामी से भारत को आजादी दिलाने के लिए टीपू ने जो अपनी जान दी, भाजपा उसकी तौहीन कर रहे हैं।

अमित मालवीय ने ओवैसी को दिया जवाब

भाजपा नेता अमित मालवीय ने ओवैसी को जवाब देते हुए कहा, “बीजेपी टीपू की विरासत को मिटाना नहीं चाहती है। इसके विपरीत, हम चाहते हैं कि उनकी असली विरासत लोगों को पता चले। टीपू एक बर्बर था, जिसने कूर्ग में कोडवाओं, मैंगलोर में सीरियाई ईसाइयों, कैथोलिकों, कोंकणी, मालाबार के नायरों पर अनकही पीड़ाएँ दीं।” उन्होंने कहा, “वह कोई स्वतंत्रता सेनानी नहीं थे। वह फ्रांसीसियों की मदद ले रहा था, जो अंग्रेजों से कम औपनिवेशिक नहीं थे। अगर टीपू जीत जाते तो मैसूर पांडिचेरी की तरह एक फ्रांसीसी उपनिवेश बन जाता। उसने अफगानिस्तान से जमान शाह को भारत पर आक्रमण करने और एक इस्लामी खिलाफत स्थापित करने के लिए आमंत्रित किया।” अमित मालवीय ने आगे लिखा, “नेपोलियन को भारत पर आक्रमण करने के लिए लिखा और अंग्रेजों के खिलाफ फ्रांस की जीत सुनिश्चित की। एक “स्वतंत्रता सेनानी” के ये लक्षण कैसे हैं? और एक ऐसे व्यक्ति का ट्वीट, जिसके राजनीतिक पूर्वज रजाकार थे, जिन्होंने हैदराबाद में जातीय रूप से हिंदुओं का सफाया किया और उनका नरसंहार किया, काफी समृद्ध है!”