खबर इंडिया की।इंडियन क्रिकेट टीम के रन मशीन विराट कोहली ने हाल ही में टेस्ट क्रिकेट से सन्यास ले लिया है. सन्यास के ऐलान के तुरंत बाद वो अपनी पत्नी अनुष्का शर्मा के साथ प्रेमानंद जी महाराज के दरबार में पहुंचे. ये पहली बार नहीं है जब विराट कोहली और अनुष्का शर्मा शर्मा को प्रेमानंद जी महाराज के दरबार में देखा गया हो इससे पहले भी कई बार वो यहां आशीर्वाद लेने पहुंचे हैं. कोई भी शुभ काम करने से पहले और सफलता पाने के बाद वो प्रेमानंद जी महाराज के दर पर जाते हैं.
प्रेमानंद महाराज को हर कोई सुनना चाहता है. देश ही नहीं बल्कि दुनियाभर में उनके भक्त मौजूद हैं. मौजूदा दौर में प्रेमानंद महाराज को काफी प्रसिद्धी मिली है. इसी प्रसिद्धि के चलते उनके पास करोड़ों की दौलत हो गई है, जिसको जानने में हर किसी की दिलचस्पी है. ऐसे में आइए जानते हैं विराट कोहली के गुरु प्रेमानंद जी महाराज के पास कितनी दौलत है और एक दिन में वो कितना खर्च करते हैं?
सामाजिक सेवा करता है आश्रम
प्रेमानंद महाराज का आश्रम मथुरा में स्थित है और यह केवल एक साधारण आश्रम नहीं है. यह एक ऐसा स्थान है जहां सैकड़ों श्रद्धालु हर रोज आते हैं, भोजन करते हैं और आध्यात्मिक शिक्षा प्राप्त करते हैं. आश्रम में रोजाना बड़ी संख्या में लोगों को मुफ्त भोजन कराया जाता है और इसके अलावा कई सामाजिक कार्य भी होते हैं.
एक दिन का खर्च करोड़ों में
रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रेमानंद महाराज के आश्रम में हर दिन लगभग 3 करोड़ रुपये तक का खर्च होता है. इस राशि में भोजन, सेवा कार्य, और अन्य व्यवस्थाओं पर होने वाला खर्च शामिल है. यहां आने वाले भक्तों के लिए हर प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध हैं, और यह सब पूरी तरह से मुफ्त होता है.
उनके निजी खर्च की बात करें तो प्रेमानंद महाराज बताते हैं कि 400-500 रुपए का रोज भोजन करता हूं. मेरा कोई भी मित्र हीं है. महाराज जी दावा करते हैं कि मेरे पास 1 रुपए नहीं है. न ही मोबाइल है न आगे कभी रखूंगा. जैसे घर से निकला था वैसा ही आज हूं एक भी चम्मच मेरे नहीं है, सरकारी कागजों में कहीं भी प्रेमानंद लिखा नहीं मिलेगा. न मेरा बैंक एकाउंट है न ही कोई कागज जिनमें प्रेमानंद के साइन की जरूरत पड़े. मैंने कष्टों को अपने गले लगाया है, मैं कष्टों से नहीं डरता हूं. जब मुझे कोई कष्ट होता भी है तो भगवान मुझे अपने गले लगा लेता है. नेटवर्थ की बात करें तो उनके पास खुद के नाम पर एक रुपए भी नहीं है न ही कोई घर या जमीन है.
कहां से आता है पैसा?
प्रेमानंद महाराज के आश्रम की इतनी बड़ी आर्थिक व्यवस्था का मुख्य स्रोत भक्तों के दान हैं. उनके अनुयायियों में कई बड़े बिजनेसमैन और प्रभावशाली लोग शामिल हैं, जो नियमित रूप से आश्रम को आर्थिक मदद देते हैं. इसके अलावा, महाराज जी के प्रवचन और धार्मिक कार्यक्रम भी आश्रम की आय के मुख्य स्रोत हैं.















