2025 की पहली मन की बात: संविधान, गणतंत्र दिवस और महाकुंभ पर क्या बोले पीएम मोदी, पढ़िए

2025 की पहली मन की बात: संविधान, गणतंत्र दिवस और महाकुंभ पर क्या बोले पीएम मोदी, पढ़िए

उमाकांत त्रिपाठी।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के जरिए लोगों को संबोधित किया। कार्यक्रम के 118वें एपिसोड में पीएम मोदी ने लोगों से कई अहम बातें कीं। पीएम मोदी ने बाबासाहब भीमराव आंबेडकर, राजेंद्र प्रसाद और श्यामा प्रसाद मुखर्जी के पुराने संबोधनों के कुछ अहम अंश भी सुनाए।

पीएम मोदी ने सभी देशवासियों को गणतंत्र दिवस की अग्रिम शुभकामनाएं दी
साल 2025 की पहली ‘मन की बात’ में पीएम मोदी ने कहा कि- आज 2025 की पहली मन की बात हो रही है। आप लोगों ने एक बात नोटिस की होगी कि हर बार मन की बात महीने की आखिरी रविवार को होती है, लेकिन इस बार हम एक सप्ताह पहले चौथे रविवार के बजाय तीसरे रविवार को ही मिल रहे हैं, क्योंकि अगले सप्ताह रविवार के दिन ही गणतंत्र दिवस है, मैं सभी देशवासियों को गणतंत्र दिवस की अग्रिम शुभकामनाएं देता हूं। उन्होंने कहा कि- इस बार का ‘गणतंत्र दिवस’ बहुत विशेष है। ये भारतीय गणतंत्र की 75वीं वर्षगांठ है। इस वर्ष संविधान लागू होने के 75 साल हो रहे हैं। मैं संविधान सभा के उन सभी महान व्यक्तित्वों को नमन करता हूं, जिन्होंने हमें हमारा पवित्र संविधान दिया।

बाबासाहब आंबेडकर के संबोधन के अंश सुनाए
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा,कि-जब संविधान सभा ने अपना काम शुरू किया तो बाबासाहब आंबेडकर ने परस्पर सहयोग को लेकर एक बहुत महत्वपूर्ण बात कही थी। मैं उसका एक अंश आपको सुनाता हूं…

 

डॉ. राजेंद्र प्रसाद के संबोधन के अंश सुनाए
पीएम मोदी ने कहा, ‘मैं आपको संविधान सभा की एक और ऑडियो क्लिप सुनाता हूं। ये ऑडियां डॉ. राजेंद्र प्रसाद का है, जो हमारी संविधान सभा के प्रमुख थे। आइए डॉ. राजेंद्र प्रसाद जी को सुनते हैं…

 

श्यामा प्रसाद मुखर्जी के संबोधन के अंश सुनाए
पीएम मोदी ने कहा, कि-अब मैं आपको डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की आवाज सुनाता हूँ। उन्होंने अवसरों की समानता का विषय उठाया…