उमाकांत त्रिपाठी।Sahakar Taxis in mp: मध्यप्रदेश में अब एक और बड़ा प्रयोग करने की तैयारी चल रही है, जिसकी घोषणा केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह ने संसद के पिछले सत्र के दौरान की थी. दरअसल, एमपी के बड़े शहरों में अब ओला-उबर की तर्ज पर सरकारी कैब यानि ‘सहकार टैक्सी’ चलाने की तैयारी की जा रही है. माना जा रहा है कि सहकारिता विभाग इसकी तैयारियों में जुट गया है. क्योंकि केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह ने भी संसद के पिछले सत्र में ‘सहकार टैक्सी’ चलाने की घोषणा की थी, जिसके बाद मध्यप्रदेश में इस योजना पर तेजी से काम किया जा रहा है, फिलहाल यह शुरुआत बड़े शहरों से हो सकती है.
सहकार टैक्सी के लिए बनेगा एप
बताया जा रहा है कि- मध्यप्रदेश में प्राइवेट कैब सेवाओं की तरह ‘सहकार टैक्सी’ की सेवा आम लोगों के लिए शुरू की जाएगी. इसके लिए एक एप बनाने पर भी विचार किया जा रहा है, इस योजना की शुरुआत से टैक्सी का संचालन करने वाले वाहन मालिक और ड्राइवर को हर ट्रिप का पूरा पैसा दिया जाएगा, यानि जितनी ट्रिप होगी उतना ही पैसा मिलेगा. इसमें कमीशन नहीं काटा जाएगा, क्योंकि फिलहाल जितनी भी निजी टैक्सियां चल रही हैं, वह 20 से 40 प्रतिशत तक का कमीशन लेती हैं, लेकिन सहकारी विभाग की तरफ से चलने वाली टैक्सियों से ज्यादा शुल्क नहीं लिया जाएगा और ट्रिप का पूरा पैसा संचालक को ही मिलेगा. हालांकि अभी इसमें थोड़ा समय लग सकता है. क्योंकि सहकारिता विभाग की तरफ से केंद्र सरकार से इसको लेकर विस्तृत कार्ययोजना मिलने के बाद ही इस पर काम शुरू किया जा सकता है.
इंदौर भोपाल जैसे शहरों से होगी शुरुआत
माना जा रहा है कि- मध्यप्रदेश में ‘सहकार टैक्सी’ की शुरुआत देश के बड़े शहरों से की जा सकती है, जिसमें भोपाल, इंदौर, ग्वालियर जैसे बड़े शहर शामिल हैं, यह सुविधा आम लोगों को जल्द से जल्द सेवा देने के उद्देश्य से की जा रही है, क्योंकि कई बार प्राइवेट कंपनियों के ड्राइवर आते नहीं है, या ज्यादा पैसों की डिमांड करते हैं. इसके अलावा यह टैक्सियां रात में भी संचालित की जाएगी. केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह ने 26 मार्च 2025 संसद में को ऑपरेटिव सहकारी टैक्सी सर्विस लाने की बात कही थी.आपको बता दें कि- मध्यप्रदेश में प्राइवेट कैब सर्विस पर सरकार का सीधा नियंत्रण नहीं है, जबकि इसके लिए कोई सख्त गाइडलाइन भी नहीं बनी है. ऐसे में अक्सर ज्यादा किराया लिए जाने की शिकायतें भी आती रहती हैं. लेकिन अगह सहकार टैक्सी सुविधा चालू होती है तो यह उसका बड़ा विकल्प बन सकती है.















