RSS की तीन दिवसीय बैठक शुरु, चुनाव बाद हिंसा और यूपी चुनाव की तैयारियों पर चर्चा हो सकती है

RSS की तीन दिवसीय बैठक शुरु, चुनाव बाद हिंसा और यूपी चुनाव की तैयारियों पर चर्चा हो सकती है
फाइल

कोरोना महामारी के बीच देश के सबसे बड़े गैर राजनीतिक संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत की अध्यक्षता में संघ के शीर्ष पदाधिकारियों की बैठक आज से दिल्ली में शुरू हो रही है। मीटिंग में 5 जून तक अगले साल उत्तर प्रदेश समेत 6 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव, बंगाल में चुनाव परिणाम आने के बाद हुई राजनीतिक हिंसा और कोरोना जैसे बड़े मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है।

संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबले ने इस हफ्ते उत्तर प्रदेश में संघ के प्रदेश पदाधिकारियों के साथ बैठक की थी, यह बैठक इस मायने में भी महत्वपूर्ण मानी जा सकती है। सूत्रों के मुताबिक, होसबोले ने यूपी की बैठक में राज्य सरकार के कोरोना प्रबंधन को लेकर फिडबैक लिया था।


आपको बता दें कि बैठक में सरसंघचालक मोहन भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले, पांचों सहसरकार्यवाह कृष्ण गोपाल, मनमोहन वैद्य, मुकुंद, अरुण कुमार और रामदत्त चक्रधर रहेंगे। इनके अलावा सुरेश सोनी, भैय्याजी जोशी और भागैया जी भी शामिल होंगे। मीटिंग में केवल संघ के शीर्ष नेता ही मौजूद रहेंगे। बीजेपी या अन्य किसी संगठन के नेता चर्चा में शामिल नहीं होंगे। लेकिन जरूरत पड़ने पर उनसे विचार-विमर्श किया जा सकता है।

हालांकि, संघ सूत्रों के मुताबिक यह रूटीन बैठक है। इसमें अगले एक महीने के संघ के कार्यक्रमों पर चर्चा होगी। इसके साथ ही कोरोना से उपजी परिस्थितियों और इसके लिए चलाए जा रहे संघ परिवार के सेवा कार्यों की समीक्षा की जाएगी। साथ ही कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के मद्देनजर तैयारियों पर जोर दिया जाएगा।


सूत्रों के मुताबिक, कोरोना के कारण जो बच्चे अनाथ हो गए है उनको संघ के स्वयंसेवक गोद लेंगे। इसके लिए नारा है Each one, Teach one.  इसके अलावा मंदिरों को सामाजिक दायित्वों से जोड़ने का काम VHP को। मंदिर में भंडारा हो, जिससे जरूरतमंद को भोजन मिल सके। गांव और कस्बो के स्वास्थ्य केंद्रों को दुरुस्त करने की मुहिम चले। कोरोना काल मे संघ की शाखाओं को कैसे फिर से शुरू किया जाए, इस पर भी मंथन होगा।