सदी के महानायक अमिताभ बच्चन हॉस्पिटल में भर्ती, कोकिलाबेन अस्पताल में हुई एंजियोप्लास्टी

सदी के महानायक अमिताभ बच्चन हॉस्पिटल में भर्ती, कोकिलाबेन अस्पताल में हुई एंजियोप्लास्टी

खबर टीम इंडिया की ।बॉलीवुड सुपरस्टार अमिताभ बच्चन की एंजियोप्लास्टी हुई है। उनके पैर में खून का थक्का जम गया था। मेडिकल एक्सपर्ट का कहना है कि अगर इसका इलाज समय पर नहीं होता तो हार्ट अटैक पड़ने की आशंका बढ़ जाती। हालांकि, अभी यह पता नहीं चला है कि किस पैर की सर्जरी हुई है।
81 साल के बिग बी को शुक्रवार सुबह 6 बजे सांस लेने की शिकायत पर मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में भर्ती किया गया था। 8 बजे उनकी सर्जरी हुई। सुबह तकरीबन 11.30 बजे उन्हें हॉस्पिटल के 16वें मंजिल के एक कमरे में ऑब्जर्वेशन में रखा गया।इसी बीच बिग बी ने सोशल मीडिया X पर दोपहर 12 बजे एक पोस्ट की। उन्होंने लिखा, ‘आपका हमेशा आभार।’ उनके इस ट्वीट से कयास लगाया जा रहा कि उन्होंने सर्जरी के बाद शुभचिंतकों का आभार जताया है।

कलाई में लगी थी चोट
जनवरी 2024 में अमिताभ बच्चन की कलाई की सर्जरी हुई थी, जिसके बारे में उन्होंने अपने ब्लॉग में लिखा था। उन्होंने अक्षय कुमार को अपनी चोट दिखाते हुए फोटो पोस्ट की थी।
KBC 14 की शूटिंग के दौरान कट गई थी पैर की नस: 2022 में कौन बनेगा करोड़पति 14 की शूटिंग के दौरान अमिताभ बच्चन के पैर की नस एक मेटल के टुकड़े से कट गई थी। सेट पर उनके काफ मसल से खूब खून बहा था, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया था।
दिवाली 2022 से पहले भी घायल हुए थे अमिताभ: अमिताभ ने दिवाली से ठीक पहले अपने पैर की नस कटने की जानकारी दी थी। उन्होंने खुद एक ब्लॉग के जरिए बताया था कि पैर की नस कटने पर खूब खून बहा। उन्हें अस्पताल का चक्कर भी काटना पड़ा, जहां डॉक्टर्स ने उनके पैर पर टांके लगाए थे। अमिताभ बच्चन ने अपने पर्सनल ब्लॉग से इस घटना की जानकारी दी थी। दो बार कोविड पॉजिटिव हुए थे: अमिताभ ने 2020 में ट्वीट करके जानकारी दी थी कि वो कोविड संक्रमित हो गए हैं। उनके बेटे अभिषेक भी पॉजिटिव थे। इलाज के लिए दो महीनों तक बिग बी हॉस्पिटलाइज थे। इसके बाद 2022 में भी अमिताभ कोविड से संक्रमित हुए थे।

2000 में हुआ था हेपेटाइटिस
लापरवाही में बिग बी को चढ़ा था हेपेटाइटिस बी से संक्रमित व्यक्ति का खून: 2000 में अमिताभ बच्चन को पता चला कि उन्हें हेपेटाइटिस बी है। दरअसल ये बीमारी एक लापरवाही का नतीजा थी। जब कुली सेट पर हुए हादसे के बाद बिग बी को खून की जरूरत पड़ी तो ब्लड डोनर की भीड़ लग गई थी। 200 डोनर के जरिए उन्हें 60 बोतल खून चढ़ाया गया था। जल्दबाजी में बिग बी को हेपेटाइटिस बी से संक्रमित व्यक्ति का खून चढ़ा दिया गया, जिससे वे खुद भी संक्रमित हो गए थे। यह बात खुद अमिताभ बच्चन ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से हेपेटाइटिस बी के कैंपेन का ब्रांड एंबेसडर बनाए जाने पर बताई थी।

75 प्रतिशत लिवर काम करना बंद कर चुका है: 2000 में अमिताभ बच्चन के पेट में जोरदार दर्द उठा। इलाज करवाने जब बिग बी अस्पताल पहुंचे तो उन्हें पता चला कि उनकी आंत में दिक्कत है, जिसके लिए उन्होंने डाइवर्टिक्युलाइटिस ऑफ स्मॉल इंटेस्टाइन सर्जरी करवाई। इलाज के दौरान ही बिग बी को पता चला कि उन्हें लिवर सिरोसिस है। यह हेपेटाइटिस बी के कारण हुआ था। 2012 में अमिताभ बच्चन के 75 प्रतिशत संक्रमित लिवर को सर्जरी से काटकर अलग कर दिया गया है।

फैंस ने की थी दुआ और पूजा
पहले ही अस्थमा, लिवर प्रॉब्लम और निमोनिया से जूझ रहे थे बिग बी: हादसे से पहले ही अमिताभ बच्चन को लिवर की समस्या थी और साथ ही वो अस्थमैटिक भी थे। ऑपरेशन के अगले ही दिन उन्हें निमोनिया हुआ जिससे हालत और बिगड़ गई। बैंगलोर में इलाज के बाद उन्हें एयरबस से मुंबई लाया गया था। क्रेन से उन्हें ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में स्ट्रेचर पर शिफ्ट किया गया था। 8 अगस्त को उनका दोबारा ऑपरेशन हुआ। अस्पताल के बाहर उनके चाहने वालों की चौबीसो घंटे भीड़ रहती थी। पूरे देश में कहीं पूजा करवाई जा रही थी तो कहीं यज्ञ। जया बच्चन खुद भी अमिताभ की सलामती के लिए सिद्धि विनायक गई थीं, लेकिन जब वो पहुंचीं तो देखा कि उनसे पहले ही कई लोग बिग बी के लिए वहां पूजा कर रहे थे। लोगों की दुआएं रंग लाईं।