आज भारत रत्न से सम्मानित होंगे लालकृष्ण आडवाणी, घर जाकर सम्मान देंगी राष्ट्रपति; पीएम मोदी-शाह रहेंगे मौजूद

आज भारत रत्न से सम्मानित होंगे लालकृष्ण आडवाणी, घर जाकर सम्मान देंगी राष्ट्रपति; पीएम मोदी-शाह रहेंगे मौजूद

उमाकांत त्रिपाठी।भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को आज देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न दिया जाएगा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू उनके घर जाकर उन्हें सम्मानित करेंगी। इस दौरान PM नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्‌डा भी मौजूद रहेंगे।
आडवाणी के खराब स्वास्थ्य के कारण ये फैसला लिया गया है। मोदी ने 3 फरवरी को उन्हें भारत रत्न देने की घोषणा की थी। वे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और भाजपा के संस्थापक सदस्य नाना जी देशमुख के बाद ये सम्मान पाने वाले भाजपा और RSS के जुड़े तीसरे नेता हैं।

नरसिम्हा राव समेत 4 शख्सियतों को मिला भारत रत्न
राष्ट्रपति ने शनिवार (30 मार्च) को राष्ट्रपति भवन में 4 शख्सियतों को मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया था। इनमें पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, पूर्व प्रधानमंत्री पी.वी. नरसिम्हा राव, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर और कृषि वैज्ञानिक डॉ. एमएस स्वामीनाथन शामिल हैं।
चारों शख्सियतों के परिजनों ने राष्ट्रपति भवन में यह सम्मान हासिल किया। नरसिम्हा राव के बेटे पीवी प्रभाकर राव, चौधरी चरण सिंह के पोते जयंत चौधरी, कर्पूरी ठाकुर के बेटे रामनाथ ठाकुर और एमएस स्वामीनाथन की बेटी नित्या राव ने राष्ट्रपति से यह सम्मान लिया।

भारत रत्न के बारे में चार अहम बातें
1. भारत रत्न देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। यह राष्ट्रीय सेवा जैसे कला, साहित्य, विज्ञान, सार्वजनिक सेवा और खेल के लिए दिया जाता है। भारत रत्न देने की शुरुआत 2 जनवरी, 1954 को तत्कालीन राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद ने की थी। पहले ये सम्मान केवल जीवित रहते दिया जाता था, लेकिन 1955 में मरणोपरांत भी भारत रत्न दिये जाने लगा। देश के प्रधानमंत्री भारत रत्न के लिए किसी व्यक्ति के नाम की सिफारिश राष्ट्रपति को करते हैं।

2. भारत रत्न दिये जाने लगा। देश के प्रधानमंत्री भारत रत्न के लिए किसी व्यक्ति के नाम की सिफारिश राष्ट्रपति को करते हैं।

3. पुरस्कार पाने वाले को एक मेडल और सर्टिफिकेट दिया जाता है, जिसपर राष्ट्रपति का साइन होता है। मेडल में तांबे के बने पीपल के पत्ते पर प्लैटिनम का चमकता सूर्य बना हुआ है। पत्ते का किनारा भी प्लैटिनम का होता है।

4. मेडल के नीचे चांदी से हिंदी में भारत रत्न लिखा होता है। पीछे की तरफ अशोक स्तंभ के नीचे हिंदी में सत्यमेव जयते लिखा होता है। इस सम्मान के साथ कोई धनराशि नहीं दी जाती है। 2020 से 2023 के बीच किसी को भी भारत रत्न पुरस्कार नहीं दिया गया है।