संसदीय दल की बैठक में पीएम मोदी बोले, मोदी जी कहकर न बुलाएं; सांसदों को पीएम ने दिया जीत का मंत्र

संसदीय दल की बैठक में पीएम मोदी बोले, मोदी जी कहकर न बुलाएं; सांसदों को पीएम ने दिया जीत का मंत्र

उमाकांत त्रिपाठी। तीन राज्यों में मिली बंपर जीत के बाद आज बीजेपी संसदीय समिति की बैठक का आयोजन हुआ। संसद भवन परिसर में हुई इस बैठक में प्रधानमंत्री के पहुंचते ही बीजेपी सांसदों ने खड़े होकर तालियां बजाईं और ‘स्वागत है भाई स्वागत है, मोदी जी का स्वागत है’ के नारे लगाए। इस दौरान उन्होंने कहा कि- ने कहा कि सभी सासद अपने क्षेत्रों में जाकर लाभार्थियों से संपर्क करें और लोगों को सरकारी की योजनाओं के बारे में बताएं। 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों के लिए कमर कस कर काम में लग जाएं। अपने संबोधन में नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि उन्हें मोदीजी नहीं, बल्कि मोदी कहकर बुलाया जाए। क्योंकि जनता इसी नाम से उन्हें कनेक्ट करती है।

कार्यकर्ताओं को दिया जीत का क्रेडिट

बीजेपी ने राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में बड़े मार्जिन से जीत हासिल की है। संसदीय दल की बैठक में इस जीत की चर्चा हुई है। बैठक के बाद संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने मीडिया को ब्रीफ किया। उन्होंने बताया कि बैठक में पीएम ने मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में भाजपा की जीत का श्रेय कार्यकर्ताओं को दिया। पीएम ने कहा कि तीन राज्यों में हमें अच्छी जीत मिली, साथ ही तेलंगाना और मिजोरम में भी हमारी स्ट्रेंथ बढ़ी है। इसके अलावा पीएम ने तमिलनाडु-आंध्र प्रदेश में साइक्लोन मिचौंग से हुए नुकसान पर भी बात की। पीएम मोदी ने कहा कि- भी की मेहनत की वजह से ही हमें ये जीत मिली है। इसलिए सभी की जय-जयकार होनी चाहिए। हमें जातियों में नहीं बांटा जाना चाहिए। हमारी जाति युवा है, हमारी जाति महिला की है, हमारी गरीब की है, हमारी जाति किसान की है।

सासंदों को पीएम मोदी का गुरूमंत्र

पीएम मोदी ने सांसदों को निर्देश दिया कि वे विकसित भारत संकल्प यात्रा अभियान में जोर-शोर से शामिल हों, क्योंकि 2047 तक विकसित भारत बनाना है। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि राज्यों में बीजेपी की सरकार रिपीट होने का 58 फीसदी रिकॉर्ड हैं, जबकि कांग्रेस की सरकारें केवल 18 फीसदी ही रिपीट होती हैं। विश्वकर्मा योजना पर जोर देते हुए उन्होंने कहा की सभी सांसद इसे जन-जन तक पहुंचाने के लिए कम करें। साथ ही कहा कि जो केंद्रीय योजनाएं हैं उसे लेकर आम जनों तक सभी सांसद जाएं, संकल्प यात्रा सफल हो इसके लिए सभी सांसद अपने-अपने क्षेत्र में कार्यकर्ताओं के साथ संपर्क करें और खुद भी मैदान में उतरें।