उमाकांत त्रिपाठी।Mohamed Muizzu Invited PM Modi: भारत के खिलाफ तीखे तेवर दिखाने वाले मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू भारत से दोस्ती करने और पीएम मोदी को अपने देश में बुलाने के लिए बेताब हैं.आखिर ऐसा क्या हुआ कि मालदीव का रुख इस तरह अचानक बदल गया? आइए समझते हैं पूरा मामला. इससे पहले कि अभी का मामला बताएं पहले जान लीजिए मुइज्जू की हेकड़ी की कहानी जो अब भिगी बिल्ली बन गए हैं.
पहले भारत के खिलाफ उगला आग, अब हुए शांत
जब मुइज्जू नवंबर 2023 में मालदीव के राष्ट्रपति बने तो उस दौरान उन्होंने जमकर भारत का विरोध जताया. उनकी सरकार ने भारत से उन सभी 80-90 सैन्य कर्मियों को हटाने की मांग की जो मालदीव में आपदा प्रबंधन और निगरानी के लिए तैनात थे. मुइज्जू ने पहले विदेश दौरे के लिए भारत की जगह तुर्की और चीन को चुना. कुछ मालदीवी मंत्रियों ने पीएम मोदी और भारत के खिलाफ सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणियां भी कीं, जिसके बाद भारत में “बॉयकॉट मालदीव” की मुहिम शुरू हो गई. और नतीजा यह रहा है कि मालदीव के होश ठिकाने आ गए.
देश की हालात खराब होते ही मुइज्जू की सारी हेकड़ी निकल गई और तुरंत भारत के दौरे पर पिछले साल अक्टूबर में आ गए. और पीएम मोदी से मुलाकात भी कर ली. इस दौरान दोनों देशों ने मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर बात शुरू करने का फैसला किया, मुइज्जू ने भारत को “करीबी दोस्त” और “महत्वपूर्ण साझेदार” बताया और कहा कि- मालदीव ऐसा कुछ नहीं करेगा जिससे भारत की सुरक्षा को नुकसान हो. उस दौरान ही मुइज्जू ने पीएम मोदी को मालदीव बुलाया था. इसके बाद मालदीव भारत से दोस्ती के लिए लगातार संपर्क बनाए हुए हैं.
भारत से दोस्ती को बेताब मालदीव
विदेश मंत्री अब्दुल्ला खलील बॉयकॉट मुहिम के बाद से भारत करीब तीन बार आ चुके हैं. इससे पता चलता है कि मालदीव भारत के साथ अपने रिश्ते को और मजबूत करना चाहता है. ये दौरा ऐसे समय में हुआ है, जब भारत और कुछ पश्चिमी देश मालदीव के चीन के साथ बढ़ते रिश्तों को लेकर थोड़ा चिंतित हैं. खलील ने भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ मिलकर कई मुद्दों पर बात भी की, जैसे कि विकास के लिए साझेदारी, रक्षा, सुरक्षा, और व्यापार. जयशंकर ने कहा कि भारत मालदीव की तरक्की के लिए हमेशा साथ खड़ा है और आतंकवाद के खिलाफ मालदीव के समर्थन के लिए उनका शुक्रिया अदा भी किया है. इसी मौके पर विदेश मंत्री खलील ने भारत के पीएम मोदी का मालदीव आने का न्योता फिर दे दिया.
पीएम मोदी मालदीव की कर सकते हैं यात्रा
रिपोर्ट के मुताबिक, मालदीव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जुलाई में अपने देश आने का न्योता दिया है. भारत इस पर सकारात्मक सोच रहा है. मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने 2024 में पीएम मोदी को बुलाया था, और पिछले हफ्ते उनके विदेश मंत्री अब्दुल्ला खलील ने भारत आकर दोबारा पीएम मोदी को देश में आने का न्योता दिया.















