बीजेपी के अधिवेशन में कांग्रेस पर जमकर बरसे गृहमंत्री अमित शाह, परिवारवाद पर साधा निशाना

बीजेपी के अधिवेशन में कांग्रेस पर जमकर बरसे गृहमंत्री अमित शाह, परिवारवाद पर साधा निशाना

उमाकांत त्रिपाठी। दिल्ली के भारत मंडपम में भाजपा के राष्ट्रीय अधिवेशन के दूसरे दिन रविवार को गृह मंत्री अमित शाह ने संबोधित किया। अपने 56 मिनट के भाषण में उन्होंने मोदी सरकार की 10 साल की उपलब्धि, रामलला की प्राण प्रतिष्ठा, कांग्रेस, परिवारवाद, भ्रष्टाचार, I.N.D.I. अलायंस और 2024 लोकसभा चुनाव पर बात की। शाह ने कांग्रेस पर कहा- इन लोगों ने अपनी सरकार रहते जमीन से आसमान और समंदर तक घोटाले किए। कांग्रेस के नेतृत्व में I.N.D.I. अलायंस बना है। विपक्षी दलों का ये गठजोड़ सिर्फ

पढ़िए अमित शाह के भाषण की बड़ी बातें

1. मोदी के 10 साल के शासनकाल में समग्र विकास हुआ
शाह ने कहा- 75 साल में इस देश ने 17 लोकसभा चुनाव, 22 सरकारें और 15 प्रधानमंत्री देखे हैं। देश में हर सरकार ने अपने समय पर विकास करने का प्रयास किया है, लेकिन आज मैं बिना किसी कन्फ्यूजन के कह सकता हूं कि समग्र विकास, हर क्षेत्र का विकास और हर व्यक्ति का विकास करने का काम केवल नरेन्द्र मोदी जी के 10 वर्षों में हुआ है।

शाह ने कहा- हर किसान को हर साल 6 हजार रुपए देना और अर्थव्यवस्था को 11वें नंबर से पांचवें नंबर पर लाने का काम मोदी जी ने किया है। 10 साल में तेजी से विकास हुआ है। इस अधिवेशन के बाद 2047 का भारत कैसा होगा, इसका PM मोदी का संदेश लेकर हम हर चुनाव क्षेत्र में जाएंगे। पूरे देश में कही संशय नहीं है, देश ने तय किया है कि PM मोदी ही फिर से प्रधानमंत्री बनेंगे।

2. नक्सलवाद, उग्रवाद और आतंकवाद आखिरी सांसें गिन रहा है
शाह ने कहा- मोदी जी के 2014 से 2024 तक के कार्यकाल में देश में नक्सलवाद, उग्रवाद और आतंकवाद आखिरी सांसें गिन रहा है। सालों तक ये बहस रही कि ये गांवों की सरकार है या शहरों की। मोदी जी ने बता दिया कि गांव दुनिया के सबसे सुंदर गांव बन सकते हैं।

शाह ने कहा- मोदी जी ने देश को भ्रष्टाचार, तुष्टीकरण, जातिवाद, वंशवाद आदि से मुक्ति दिलाई है। मोदी जी ने ‘पॉलिटिक्स ऑफ परफॉर्मेंस’ की स्थापना की। मोदी जी धीरे-धीरे ब्रिटिश शासन से जुड़े राष्ट्रीय प्रतीकों को हटाकर हमें औपनिवेशिक मानसिकता से मुक्त कर रहे हैं। यह आजादी के तुरंत बाद किया जाना चाहिए था, फिर भी कांग्रेस ने कभी इसकी जहमत नहीं उठाई।

3. कांग्रेस के नेतृत्व में सारी परिवारवादी पार्टियों का घमंडिया गठबंधन
शाह ने कहा- इस देश में 2G, 3G और 4G पार्टियां है। 2G का मतलब घोटाला नहीं है। 2G का मतलब 2 जेनरेशन पार्टी… 4 पीढ़ी तक इनका नेता नहीं बदलता… अगर कोई आगे बढ़ गया तो ये उसका हश्र कर देते हैं, कई सारे ऐसे हश्र किए हुए लोग आज भाजपा में शामिल होकर लोकतंत्र की यात्रा में जुड़े हैं।

शाह ने कहा- मैं भाजपा के करोड़ों कार्यकर्ताओं से कहना चाहता हूं कि अगले चुनाव में दो खेमे आमने-सामने हैं। एक तरफ है मोदी जी के नेतृत्व में NDA का गठबंधन और दूसरा है कांग्रेस के नेतृत्व में सारी परिवारवादी पार्टियों का घमंडिया गठबंधन। घमंडिया गठबंधन भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टिकरण की राजनीति का पोषक है और NDA राष्ट्र प्रथम के सिद्धांत पर चलने वाला गठबंधन है।

4. परिवारवादी पार्टियों का सिर्फ एक लक्ष्य- अपने बेटों को CM बनाना
शाह ने कहा- I.N.D.I.A गठबंधन का राजनीति में उद्देश्य क्या है? PM मोदी आत्मनिर्भर भारत, 2047 के भारत का लक्ष्य रखते हैं। सोनिया गांधी का लक्ष्य राहुल गांधी को PM बनाना, पवार साहब का लक्ष्य बेटी को CM बनाना, ममता दीदी का लक्ष्य भतीजे को CM बनाना, स्टालिन का लक्ष्य बेटे को CM बनाना, लालू यादव का लक्ष्य बेटे को CM बनाना, उद्धव ठाकरे का लक्ष्य बेटे को CM बनाना और मुलायम सिंह यादव तो बेटे को CM बनाकर ही गए… जिनका लक्ष्य परिवार के लिए सत्ता हथियाना हो, वह क्या गरीब का कल्याण करेगा?

5. भाजपा में बूथ पर काम करने वाला देश का राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री बन सकता है
शाह ने कहा- भाजपा में बूथ का काम करने वाला एक व्यक्ति देश का राष्ट्रपति भी बन सकता है और प्रधानमंत्री भी बन सकता है, क्योंकि हमने हमारी पार्टी को लोकतांत्रिक पार्टी बनाकर रखा है। इस देश की राष्ट्रपति एक जनजातीय परिवार से आती हैं। प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा ने एक गरीब आदिवासी बेटी को महामहिम द्रौपदी मुर्मू बनाकर सभी जनजातियों का सम्मान किया। इस देश का उप राष्ट्रपति एक किसान का बेटा है।

6. विपक्षी दलों के नेताओं के भाजपा में शामिल होने पर शाह बोले- देश में 2G, 3G और 4G पार्टियां है। 2G का मतलब घोटाला नहीं है। 2G का मतलब 2 जेन

6. चार पीढ़ी तक इनका नेता नहीं बदलता। अगर कोई आगे बढ़ गया तो ये उसका हश्र कर देते हैं। कई सारे ऐसे हश्र किए हुए लोग आज भाजपा में शामिल होकर लोकतंत्र की यात्रा में जुड़े हैं।

7. पारिवारिक पार्टियों का गठबंधन है। उन्हें सिर्फ अपने परिवार की चिंता है। जिनका लक्ष्य परिवार के लिए सत्ता हथियाना हो, वह क्या गरीब का कल्याण करेगा?