बॉलीवुड एक्टर सलमान खान से उनके घर मुलाकात करने पहुंचे महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिदें घर में हुई फायरिंग को लेकर की बात।

बॉलीवुड  एक्टर सलमान खान से  उनके घर  मुलाकात करने पहुंचे  महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिदें  घर में हुई फायरिंग को लेकर की बात।

खबर टीम इंडिया की।एक्टर सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग करने वाले दो आरोपियों को मुंबई के किला कोर्ट ने 10 दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया है। दोनों आरोपियों को मुंबई क्राइम ब्रांच ने सोमवार देर रात गुजरात के भुज से अरेस्ट किया था। उन्हें मंगलवार दोपहर मुंबई लाया गया।
पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि आरोपियों की पहचान विक्की गुप्ता और सागर पाल के तौर पर हुई है, जो बिहार के रहने वाले हैं। इन्होंने सलमान के घर की तीन रेकी की थीं और पांच राउंड फायर किए थे। आरोपियों ने जिस पिस्तौल से फायरिंग की थी, उसे रिकवर नहीं किया जा सका है।

पुलिस ने कहा कि दोनों आरोपी सलमान के पनवेल वाले फार्म हाउस से 10 किमी दूर रुके थे। पुलिस ने गैंगस्टर लॉरेंस के भाई अनमोल के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। उसने एक फेसबुक पोस्ट में इस वारदात की जिम्मेदारी ली थी। इससे पहले भी लॉरेंस गैंग ने कई बार सलमान को धमकी दी है।
इन दोनों आरोपियों ने सलमान के बांद्रा स्थित गैलेक्सी अपार्टमेंट के सामने 14 अप्रैल की सुबह 5 बजे फायरिंग की थी। दोनों बाइक पर सवार होकर आए और 5 राउंड फायर किए। फायरिंग के वक्त सलमान अपने घर में ही थे। घटना के बाद सलमान के घर के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई थी।

पुलिस ने मांगी थी दोनों आरोपियों की कस्टडी
मुंबई पुलिस ने कोर्ट में दोनों आरोपियों की 14 दिन की कस्टडी मांगी थी। उन्होंने कहा कि दोनों आरोपियों ने फायरिंग के बाद रेलवे ट्रैक पार कर कपड़े बदले और भागने की कोशिश की। दोनों आरोपी सलमान खान के पनवेल फार्म हाऊस से 10 किलोमीटर की दूरी ही रुके हुए थे। ऐसे में यह सवाल भी खड़ा होता है कि क्या वे फार्म हाउस को ही टारगेट करना चाहते थे।

पुलिस ने दलील दी कि यह एक इंटरनेशनल रैकेट है और इनका बिहार और गुजरात से भी कनेक्शन है। हम अपनी जांच का दायरा हरियाणा, पंजाब, यूपी, बिहार और गुजरात तक बढ़ाना चाहते हैं। इसके अलावा पुलिस ने कोर्ट में लॉरेंस के भाई अनमोल के फेसबुक पोस्ट और सलमान खान के ऊपर हुए पुराने हमलों का भी जिक्र किया।
पुलिस ने कोर्ट को बताया कि जिस हथियार से इस घटना को अंजाम दिया गया उसे भी अभी रिकवर नही किया गया है। इन आरोपियों को बाइक और अन्य सामान किसने मुहैया कराया इस पर हम आगे जांच करना चाहते है। इस घटना का मास्टरमाइंड कौन है यह भी जांच का हिस्सा होगा।

पुलिस के मुताबिक
आरोपियों ने 2 अप्रैल को 24 हजार रुपए में बाइक खरीदी। ये दोनों 28 फरवरी को मुंबई आए और 3 मार्च को पनवेल में घर किराए पर लिया। यहां उन्होंने अपना असली आधार कार्ड दिया था। 29 फरवरी से 1 मार्च के बीच वे बांद्रा और ताज लैंड्स एंड के पास नजर आए थे।
1 मार्च को ही वे पनवेल पहुंचे। पिस्टल उन्हें कब और किसने दिया, इसकी जांच चल रही है। पिस्टल की क्वालिटी अच्छी रही होगी, क्योंकि इससे दीवार में जो पॉइंट्स बने हैं, वे काफी बड़े हैं।