
पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार एक के बाद एक बड़े फैसले लेती जा रही है। वहीं, इस बार भी पंजाब की मान सरकार ने 424 वीआईपी लोगों को दी गई सुरक्षा वापस ले ली है। इन वीआईपी में सेवानिवृत पुलिस अधिकारी, धार्मिक नेता और पूर्व विधायक समेत कई वीआइपी भी शामिल हैं। वहीं गायक सिद्धू मूसेवाला भी इस लिस्य में शामिल हैं।
सुरक्षा को वापस लिए जाने के पीछे की मुख्य वजह यह भी बताई जा रहा है कि पंजाब पुलिस में पहले से ही कर्मचारियों की कमी है और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कई और सुरक्षाकर्मियों की जरूर है।
इन लोगों कि सुरक्षा को वापस लेने से पहले पंजाब सरकार ने इसको लेकर एक रिव्यू बैठक की थी जिसमें इस बात पर विचार विमर्श किया गया था कि क्या 424 लोगों को सुरक्षा की जरूरत है। इस बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि में इन लोगों की सुरक्षा में तैनात पुलिस जवानों को सामान्य ड्यूटी पर तैनात करने का फैसला भी लिया।
Punjab | Security cover of 424 people withdrawn with immediate effect and the concerned Police personnel directed to report to Spl DGP State Armed Police, JRC at Jalandhar Cantt today.
— ANI (@ANI) May 28, 2022
These 424 people include retired Police officers, religious leaders and political leaders.
आप सरकार पहले ही जारी कर चुकी है आदेश
आम आदमी पार्टी ने पंजाब विधानसभा चुनाव के दौरान साफतौर पर यह कहा था कि अगर पार्टी सत्ता में आई तो वीआइपी लोगों में लगी हुई सुरक्षा को वापिस बुला लिया जाएगा या उसमें कटौती की जाएगी। अब सरकार उसी के अनुरूप फैसले भी ले रही है। यह कदम राज्य सरकार के लिए काफी अच्छा साबित हो सकता है और इससे पुलिस बल में अधिक जवानों की कमी को भी दूर किया जा सकेगा।
आपको बता दें कि वीआइपी लोगों की सुरक्षा को लेकर सरकार को पुलिस कर्मियों की ड्यूटी पर काफी खर्च करना पड़ रहा है। वहीं, इससे पहले भी भगवंत मान सरकार ने कई पूर्व विधायकों, पूर्व मंत्रियों और कई नेताओं सहित 184 लोगों की सुरक्षा में लगे पुलिस कर्मचारियों को वापिस बुलाया था।
इसमें पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, कैप्टन अमरिंदर सिंह के बेटे रणिंदर सिंह और कांग्रेस विधायक प्रताप सिंह बाजवारे की पत्नी के परिवार की सुरक्षा में लगे पुलिस के जवानों को वापिस बुला लिया था।