कोयला मंत्रालय ने 03 नवंबर, 2022 को छठे दौर और पांचवें दौर के दूसरे प्रयास के तहत वाणिज्यिक खनन के लिए कोयला खदानों की नीलामी शुरू की थी। इन खदानों की अग्रिम नीलामी दिनांक 27.0 5 2023 को प्रारंभ कर दी गई है। ई-नीलामी के आठवें दिन दो कोयला खदानों को नीलामी के लिए रखा गया था जिनमें से 1 सीएमएसपी कोयला खदान और 1 एमएमडीआर कोयला खदान थी। कोयला खदानों का और विवरण इस प्रकार है:-
- 1 कोयला खदान पूरी तरह से खोजी गई और एक कोयला खदान आंशिक रूप से खोजी गई कोयला खदान है।
- इन कोयला खदानों के लिए कुल भूगर्भीय भंडार ~1,652 मिलियन टन है।
- इन कोयला खदानों के लिए संचयी पीआरसी 15 एमटीपीए है (आंशिक रूप से खोजी गई कोयला खदान को छोड़कर)
आठवें दिन के नतीजे इस प्रकार हैं:
क्रम संख्या | खान का नाम | राज्य | पीआरसी (एमटीपीए) | भूगर्भीय भंडार (एमटी) | प्रस्तुत अंतिमबोली | न्यूनतम निर्धारित मूल्य(प्रतिशत) | अंतिमप्रस्ताव (प्रतिशत) |
1 | साखीगोपाल बी कांकिली | ओडिशा | उपलब्ध नहीं | 500.00 | रूंगटा संस प्राइवेट लिमिटेड | 4.00 प्रतिशत | 6.50 प्रतिशत |
2 | बैतरणी पश्चिम* | ओडिशा | 15 | 1,152.11 | गुजरात मिनरल डेवलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड | 4.00 प्रतिशत | 33.50 प्रतिशत |
शुरु होने पर ये कोयला खदानें इन कोयला खदानों (आंशिक रूप से खोजे गए सखीगोपाल बी कांकीली कोयला खदान को छोड़कर) के पीआरसी पर गणना करके ~2,873 करोड़ रुपये का वार्षिक राजस्व उत्पन्न करेंगी। ये खदानें 2,250 करोड़ रुपये का पूंजी निवेश आकर्षित करेंगी और 20,280 लोगों को रोजगार मिलेगा।