भारतीय वायुसेना में कुछ ऐसा हुआ है जो पहले कभी नहीं हुआ। एक ऐसी तस्वीर सामने आई है जिसकी चर्चा पूरे देश में हो रही है। एक पिता और पुत्री की जोड़ी अपनी खास उपलब्धि के लिए चर्चा में है। फ्लाइंग ऑफिसर अनन्या शर्मा अपने पिता फाइटर पायलट के साथ उड़ान भरने वाली पहली महिला भारतीय पायलट बन गई हैं।
भारतीय वायुसेना का हॉक-132 एयरक्राफ्ट उड़ाने वाली पहली पिता-पुत्री की जोड़ी है। उड़ान 30 मई को हुई थी। ऐसा करके पिता-बेटी की इस जोड़ी ने भारतीय वायुसेना में इतिहास रच दिया है।
यह पिता-बेटी की बजाय एयर कोमोडोर संजय शर्मा और फ्लाइंग ऑफिसर अनन्या शर्मा की उड़ान थी।
साल 2016 में भारतीय वायुसेना में पहली बार 3 महिला फाइटर पायलट शामिल हुईं।
साल 2015 अक्टूबर महीने में भारत सरकार ने भारतीय वायुसेना में महिला लड़ाकू पायलटों को शामिल करने की मंजूरी प्रदान की थी। 1991 से ही वायुसेना में महिलाएं हेलिकॉप्टर और ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट उड़ाती आ रही थीं लेकिन इनको लड़ाकू विमानों से दूर ही रखा गया था।