
उमाकांत त्रिपाठी।
दिल्ली के 11 जिलों के डीएम रविवार (7 जनवरी) की रात गांवों में गुजारेंगे। एक दिन के प्रवास के दौरान सभी डीएम गांववालों के साथ बातचीत करेंगे और डेवलपमेंट वर्क प्लान तैयार करेंगे। दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने अधिकारियों को इसका निर्देश दिया है।
राज निवास के अधिकारियों के मुताबिक, दिल्ली के 11 जिलों में बापरोला (पश्चिमी दिल्ली जिला), तातेसर ग्रामीण (उत्तर पश्चिम दिल्ली जिला), फ़तेहपुर बेरी (दक्षिणी दिल्ली जिला), चिल्ला सरोदा बांगर (पूर्वी दिल्ली जिला) और पल्ला (उत्तरी जिला) को इस कार्यक्रम के लिए चुना गया है।
सुबह 11 बजे से गांवों में पहुंचेंगे डीएम
डीएम अपने-अपने जिलों के गांवों में 7 जनवरी की सुबह पहुंचेंगे और रात भर रुकेंगे। इस दौरान वे गांवों के लोगों के साथ ‘संवाद’ सेशन आयोजित करेंगे और उनकी परामर्श से दिल्ली डेवलपमेंट अथॉरिटी (DDA) की योजनाओं का खाका तैयार करेंगे।
अधिकारियों के अनुसार, सभी डीएम आज सुबह 11 बजे से अगले तीन घंटों के दौरान गांवों और आस-पड़ोस के लोगों के साथ बात करेंगे। दोपहर 3-6 बजे तक अलग-अलग विभागों के अधिकारियों के साथ पिछले संवाद कार्यक्रम के दौरान दिए गए कामों का निरीक्षण करेंगे।
शाम में गांववालों के साथ अलाव पर चर्चा होगी
फिर शाम 6-7 बजे तक, गांववालों के साथ अलाव पर चर्चा होगी, जहां लोग अधिकारियों के साथ अपनी शिकायतें और प्रतिक्रिया साझा करेंगे। रात भर गांव में रुकने के बाद डीएम अगले दिन सुबह 7-11 बजे तक संवाद का दूसरा दौर शुरू करेंगे। इसमें विकास योजनाओं के लिए अस्थायी रोडमैप शेयर किया जाएगा।
राज निवास के अधिकारियों ने बताया कि इस महीने की शुरुआत में 180 गांवों के प्रतिनिधियों के साथ ‘राज निवास पर संवाद’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इसके बाद एलजी ने सभी डीएम को अपने जिलों के गांवों में जाकर एक रात बिताने का निर्देश दिया था।
एलजी सक्सेना DDA के चेयरमैन भी हैं। दिल्ली ग्रामोदय अभियान के तहत DDA को विकास योजनाओं के लिए 800 करोड़ रुपए से अधिक का फंड दिया गया है।