यूपी में नए विधानभवन की रखी जा सकती है आधारशिला, अटल जयंती पर रखी जा सकती है आधारशिला

यूपी में नए विधानभवन की रखी जा सकती है आधारशिला, अटल जयंती पर रखी जा सकती है आधारशिला

दिल्ली में संसद भवन की तर्ज पर यूपी में भी नए विधानभवन बनाने का फैसला किया गया है। सूत्रों के मुताबिक 25 दिसंबर को अटल जी की जयंती के अवसर पर इसका शिलान्यास हो सकता है।

मौजूदा असेंबली परिसर के सामने दारुलशफा और आसपास के क्षेत्र को मिलाकर नए भवन का निर्माण होगा। यह प्रोजेक्ट सेंट्रल विस्टा की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। इसकी अनुमानित लागत करीब 3 हजार करोड़ आंकी गई है। वर्ष 2023-24 के आम बजट में टोकन के तौर पर 50 करोड़ रुपये का प्रावधान भी किया जा चुका है।

मौजूदा विधानसभा की बिल्डिंग 100 साल से भी अधिक पुरानी है। इसमें जगह भी कम है। भविष्य में सदस्यों की संख्या और जरूरतों को देखते हुए नए विधानसभा की जरूरत महसूस की जा रही है।

विधान भवन इतिहास

काउन्सिंल हाउस (विधान भवन) के भव्य भवन की नींव 15 दिसम्बर, 1922 को तत्कालीन गवर्नर सर स्पेंसर हरकोर्ट बटलर द्वारा रखी गयी थी तथा 21 फरवरी, 1928 को इसका उद्घाटन हुआ था। इस भवन का निर्माण कलकत्ता की कम्पनी मेसर्स मार्टिन एण्ड कम्पनी द्वारा किया गया था।

इसके मुख्य आर्कीटेक्ट सर स्विनोन जैकब तथा श्री हीरा सिंह थे। उस समय इसके निर्माण हेतु 21 लाख रूपया स्वीकार हुआ था। इस भवन की स्थापत्य यूरोपियन और अवधी निर्माण की मिश्रित शैली का उत्कृष्ट उदाहरण है।

यह भवन अर्धचक्राकार रूप में मुख्य रूप से दो मंजिलों में मिर्जापुर (चुनार) के भूरे रंग के बलुआ पत्थरों के ब्लाक से निर्मित है। भवन के अन्दर अनेक हाल एवं दीर्घायें हैं जो मुख्यत: आगरा और जयपुर के संगमरमर से बनी है।